शिकायत पर कोटा थाना पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
बिलासपुर। बकरी चोरी का आरोप लगने पर सरपंच ने छह आरोपी ग्रामीणों के साथ अदालत लगाकर युवक और उसके दोस्त पर 50 हजार रुपए जुर्माना लगा दिया. जुर्माना अदा नहीं कर पाने पर कथित आरोपी युवक की बेवा माँ और दो नाबालिग भाई बहन की गाँव में हुक्का पानी बंद करा दी उनसे किसी के बातचीत करने पर भी 15 हजार रुपए जुर्माना अदा करने का फरमान जारी कर दिया बकायदा इसकी कोटवार से पूरे गाँव में मुनादी भी करा दी. कोटा थाना पुलिस इसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रहा.
कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सल्का निवासी 50 वर्षीय चन्द्रमति खुसरो पति स्व. जान सिंह खुसरो ने सरपंच भुवन सिंह जगत पिता रामेश्वरू सरपंच 50 वर्ष, सहित ग्राम पंचायत सल्का के ही निवासी रामरतन नायक पिता राधे नायक 30 वर्ष, राधे नायक 65 वर्ष , माधो श्रीवास पिता मंगल सिंह 40 वर्ष , कृष्णा खुसरो पिता वीर सिंह 32 वर्ष , नानसिंह पिता जगन्नाथ गोड़ 40 वर्ष, राधेश्याम श्रीवास पिता जयपाल श्रीवास 45 वर्ष, व गीता नायक पिता पररू नायक 40 वर्ष पर गाँव में उनके परिवार का हुक्का पानी बंद कर देने का आरोप लगाया है.
पीड़ित महिला का आरोप है कि आरोपियों ने उनके बड़े बेटे तोरन सिंह पर बकरी चोरी का इल्जाम लगाकर पंचायत बिठा कर 50 हजार रुपए जुर्माना लगा दिया, जुर्माना अदा नहीं करने पर पीड़ित के परिवार का सामाजिक बहिष्कार करने का फरमान जारी कर दिया इसकी लिखा-पढ़ी कर पीड़िता और उसके पुत्रों से जबरदस्ती हस्ताक्षर करा लिये मना करने पर उसके बड़े बेटे की पिटाई भी कर दी वहीं पीड़िता को को धमकी दी कि जुर्माना अदा नहीं करने पर 15 हजार रुपए उसे भी अदा करना होगा। घटना के बाद दहशत में आए पीड़िता का बड़ा बेटा गाँव छोड़ कर कहीं चला गया है.
दुकानदार नहीं दे रहे राशन
गांव का कोई भी दुकानदार उनके परिवार को खाने-पीने का सामान नहीं दे रहा है। वहीं गांव के कोई भी व्यक्ति पीड़ित परिवार के परिवार के साथ बातचीत भी नहीं कर रहा है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने पीड़ित परिवार से बातचीत करने पर 15,000/-रूपये जुर्माना अदा करने का भी फरमान जारी कर दिया है. इसकी मुनादी कोटवार के माध्यम से करा दी गई है भरना पीड़ित महिला ने इसकी लिखित शिकायत 24 मार्च को 2022 को कोटा थाना में की गई.
कोटा पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
पीड़ित का आरोप है कि कोटा पुलिस ने तो उनकी शिकायत पर अपराध दर्ज किया और न ही उनकी तहरीर की पावती दी . कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित महिला अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ अपनी फरियाद लेकर जनदर्शन में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची. जहां मौजूद अधिकारियों के समक्ष अपनी पीड़ा बताई.