सुनहरे सपने दिखाकर निवेश के लिए सात साल से रुपए खाते में जमा कराते रहे

मैच्योरिटी पर रुपए नहीं मिलने पर दर्ज कराई थाने में अपराध

भिलाई। इस्पात संयंत्र के रिटायर्ड वरिष्ठ प्रबंधक को लाभ कमाने के सुनहरे सपने दिखाकर आकर्षक निवेश का प्लान बताकर कर सवा करोड़ की ठगी कर ली। मामले की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है ।

दुर्ग जिले के भिलाई नगर थाना क्षेत्र के क्वाटर नं. 83 ए अनुष्ठा रेसीडेंसी जुनवानी भिलाई निवासी 56 वर्षीय दुलार सिंह पिता स्व. बिसो राम ने थाने में दर्ज तहरीर में बताया है कि दिसम्बर 2013 में रिजर्व बैंक आफ इंडिया  नई दिल्ली का अधिकारी बताकर आरोपी मनीषा शर्मा ने 9871958815 से फोन कर इनवेस्टमेंट प्लान की जानकारी देकर निवेश करने का आग्रह किया. उसकी सलाह पर 02 जनवरी 2014 को प्रथम किश्त 21500 रुपये जमा कर  दी. इसके बाद अन्य प्लान में मई 2021 तक उनके बताए गए विभिन्न खाते में अलग अलग योजनाओं के लिये करीबन 1,22,16,069 रुपये जमा किया. दुलार सिंह का आरोप है कि मेच्युरिटी के बाद भी रकम वापस नही होने पर धोखा ठगी का शिकार होने का एहसास हुआ | इसके बाद उसने मामले की लिखित शिकायत थाने में किया। दुलार सिंह ने बताया जनवरी 2014 से उसने अपनी सेविंग के रुपये मनीषा की सलाह पर निवेश करना आरंभ किया. मई 2016 मे भिलाई इस्पात संयंत्र मे वरिष्ठ प्रबंधक पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद मिली राशि लगभग नब्बे लाख रुपये  को भी निरंतर मई 2021 तक द्वारा विभिन्न अकाउंट मे निवेश करता रहा।

25 जून 2012 मिलनी थी मैच्योरिटी राशि

 दुलार सिंह ने बताया प्लान 01 सिंगल बीमा प्रीमियम रुपये 25,48,300 रुपये , प्लान 2 दो वर्ष के लिये निवेश प्लान 5,40,000 रुपये, प्लान 3 गांव की जमीन में मोबाईल टावर लगाने के लिए 5,46,180 रुपये, टावर इंस्टालेशन कैंसिल कराने 1,91,589 रुपये, प्लान 4 एक वर्षीय निवेश प्लान रुपये 79,18,000 रुपये सभी निवेश के मेच्युरिटी अमाउंट वापसी के लिये डाक्युमेंट के रि वेरीफिकेशन के लिए 4,72,000 रुपए कुल  122,16069 आरोपी मनीषा शर्मा और  उनके सहयोगी अनुज मेहता द्वारा सभी निवेश की राशि (मेचुरिटी अमाउंट) 25 जून 2021 तक प्राप्त होने की बात कही थी।

अब फोन भी नहीं उठा रहे

मैच्योरिटी अवधि पूरी होने के बाद भी राशि देने की मांग करने पर कभी सर्वर डाऊन होने, कभी आनलाईन ट्रांजेक्शन मे तकनीकी खराबी होने, कभी सिस्टम मे फाल्ट होने का बहाना बनाकर टाल मटोल कर रहे है, इस बीच उनसे मोबाईल फोन के मैसेज के द्वारा भी संवाद होते रहा , हर बार वे रुपये वापसी के आश्वासन देकर टालमटोल करते रहे, उनका मोबाईल नंबर इस समय भी चल रहा है किंतु अब वे फोन नही उठा रहे है।