टमाटर और भिंडी बीज में तूफानी तेजी
- महंगी पड़ेगी दूसरी बोनी
भाटापारा। असमय बारिश से चौपट हो चुकी सब्जी फसलों की दोबारा तैयारी बेहद महंगी पड़ेगी। बीज की जो कीमत बाजार बता रहा है, उसे सुनकर किसानों के होश उड़ते नजर आ रहे हैं। तेजी का असर, रसोई घर में अगले माह देखा जाएगा जब फसल पहुंचेगी।
बीते 3 दिन से मौसम जैसा बदला हुआ है, उसके बाद बारिश और ओलों ने दलहन-तिलहन के साथ सब्जी की फसल को लगभग पूरी तरह चौपट कर के रख दी है। खेतों में भर आए बारिश के पानी की निकासी में लगे किसान, जब दोबारा बोनी के लिए, जरूरी बीज की खरीदी करने बाजार पहुंचेंगे तब उन्हें बढ़ी हुई कीमत का सामना करना होगा। इसके बावजूद बीज की खरीदी करनी ही पड़ेगी। सर्वाधिक गर्मी टमाटर के हाइब्रिड बीज में आई है।
लाल भाजी की मांग बढ़ी
बारिश और ओलावृष्टि से तबाह हो चली भाजी में शीर्ष पर रहने वाली, लाल भाजी के बीज की खरीदी अब 250 रुपए किलो में करनी होगी। समय रहते खरीदी नहीं की गई तो, आने वाले दिनों में और भी ज्यादा पैसे देने होंगे क्योंकि बीज उत्पादन कंपनियों के पास मांग निरंतर बढ़त ले रही है।
खेड़हा भी दिखा रहा गर्मी
शीत ऋतु के अंतिम दिनों में बोई जाने वाली खेड़हा भाजी का बीज अभी से गर्मी दिखा रहा है। यह 250 रुपए किलो पर पहुंच चुका है। पालक में 200 रुपए किलो भाव बोले जा रहे हैं तो, मेथी 150 रुपए किलो पर स्थिर है। चौलाई 150 और चेंच भाजी का बीज 200 रुपए किलो पर खरीदना होगा। दूसरी प्रजातियों में भी गर्मी की खबर है।
टमाटर भी तेज
हाइब्रिड का चलन बढ़ने के बाद सबसे ज्यादा रकबे में बोया जाने वाला टमाटर का 10 ग्राम का पैकेट 600 रुपए पर पहुंच गया है। पीछे-पीछे 400 रुपए पर फूलगोभी चल रही है। पत्ता गोभी में 10 ग्राम का पैकेट 250 रुपए और मूली 80 रुपए, बैगन 100 रुपए, तुरई 50 रुपए ,लौकी 60 रुपए पर पहुंच गई है। लौकी और कुम्हड़ा की कीमत भी 50 रुपए पर बोली जा रही है। करेला 80 से 100 रुपए, बरबटी 600 रुपए और ग्वार फली के बीज की कीमत अभी से 500 से 600 रुपए किलो पर पहुंच गई है। हाइब्रिड भिंडी का बीज 3000 से 4000 रुपए किलो पर पहले से ही मिल रहा है।
हाइब्रिड बीज की कीमत पहले से ही काफी तेज है। मौसम जैसा बना हुआ है उसके बाद दोबारा बोनी के लिए जरूरी सब्जी बीज की खरीदी के लिए खर्च का बढ़ना संभव है।
- कमल वर्मा, वर्मा बीज भंडार, भाटापारा