शैक्षणिक गतिविधियों को रोचक बनाने नया कदम
भाटापारा। शैक्षणिक गतिविधियों को रोचक बनाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के बीच पहली बार स्कूली बच्चों को बगैर स्कूल बैग के स्कूल आना होगा। सप्ताह में 1 दिन लगने वाली ऐसी कक्षाओं में पढ़ाई का अंदाज बदला हुआ नजर आएगा, तो खेल गतिविधियों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा।
नियमित उपस्थिति को बढ़ावा देने के लिए पुरस्कार जैसी योजना के बाद स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश से सप्ताह के एक दिन स्कूलों में बच्चे, बगैर बस्ता के आएंगे। सुविधानुसार यह दिन तय करने के आदेश स्कूलों को जारी कर दिए गए हैं। इस आदेश के परिपालन की तैयारी खंड शिक्षा विभाग ने कर दी है। सलाह- मशविरा के बाद स्कूलों को सूचित कर दिया जाएगा, बगैर बस्ता के स्कूल संचालन वाले दिन का।
एक दिन बस्ताविहीन
स्कूल शिक्षा विभाग की योजना के अनुसार खंड शिक्षा विभाग सप्ताह का एक स्कूली दिवस बस्ताविहीन शाला के रूप में घोषित करने जा रहा है। मुख्यालय के अनुसार नए बदलाव से स्कूलों में दीगर शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इससे महामारी के दौर में पढ़ने की आदतों और व्यवहार में आए बदलाव को फिर से व्यवस्थित किया जा सकेगा।
होंगी खेल गतिविधियां
बस्ताविहीन शाला दिवस में प्रमुख जोर खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने पर होगा। इसमें ऐसे खेल को शामिल किए जाने का प्लान हैं जिनकी मदद से खेल क्षेत्र में भविष्य की राह खोजी जा सकती हैं। इसके अलावा ऐसे खेल भी होंगे जिनकी पहचान देश स्तर पर बनी हुई है।
कौशल विकास के लिए
बस्ताविहीन शाला दिवस में बच्चों को स्कूल के करीब संचालित हो रहे व्यवसाय क्षेत्र का भ्रमण करवाया जाएगा। यह इसलिए ताकि बच्चे उपयोगी कौशल को देख और सीख सकें। यह काम शिक्षा के बाद के दिनों में भी काम आएगा। मुख्यालय ने स्कूलों को सुझाव दिया है कि ऐसे दिवस अवकाश के दिनों में भी आयोजित किए जा सकते हैं।
बस्ताविहीन शाला दिवस का आदेश मिल चुका है। बहुत जल्द खंड क्षेत्र की स्कूलों को जानकारी दी जाएगी कि उन्हें कौन से दिन यह काम करना है
– के के यदु, खंड शिक्षा अधिकारी, भाटापारा