प्रस्ताव भेजने की तैयारी
भाटापारा। आकाशीय बिजली से बचाव के उपाय के बीच अब स्कूल भवनों में तड़ित चालक लगाए जाने की योजना बनाई जा रही है। खंड शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी चालू कर दी है।
जलवायु परिवर्तन के बाद मौसम का जैसा मिजाज बनता नजर आ रहा है, उसे देखते हुए बच्चों और स्कूल भवनों की सुरक्षा को जरूरी सुविधा की सूची में प्राथमिकता दी जा चुकी है। मुख्यालय ने अपनी जांच में यह पाया है कि खंड क्षेत्र की लगभग सभी स्कूलों में आकाशीय बिजली से बचाव की सुविधा नहीं है। यह भविष्य में खतरे की वजह बन सकती है। लिहाजा स्कूल भवनों में तड़ित चालक का लगाया जाना अनिवार्य होना चाहिए।
इसलिए बन रही योजना
मानसून के दिनों में बादलों की गड़गड़ाहट और बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरना सामान्य प्राकृतिक प्रक्रिया का एक हिस्सा है लेकिन जब आबादी या मैदानी क्षेत्रों में आसमानी बिजली गिरती है तो उसके कई रुप देखने में आते हैं। इनमें मवेशियों और मानवों की मौत मुख्य हैं। आबादी वाले क्षेत्रों में यह मौत के साथ घरों के टूटने के रूप में भी दिखाई देता है। ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में बचाव के लिए स्कूल भवनों में तड़ित चालक का लगाया जाना जरूरी माना जा रहा है।
खंड क्षेत्र में स्कूल भवन
खंड शिक्षा क्षेत्र में 135 प्राथमिक स्कूल भवन हैं। पूर्व माध्यमिक स्कूल भवनों की संख्या 75 बताई गई है। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल भवनों की संख्या को मिलाकर लगभग 215 के आसपास पहुंच रही है। कुछ भवनों का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। मालूम हो कि अधिकांश स्कूल भवनों में तड़ित चालक नहीं लगाए गए हैं।
तैयार हो रही योजना
स्कूल भवनों को तड़ित चालक से लैस करने के लिए खंड शिक्षा विभाग मुख्यालय ने योजना पर काम करने की प्रारंभिक तैयारी कर ली है। जरूरत, संख्या और भवनों की स्थिति को आकलन करने के उपरांत प्रस्ताव तैयार करके जिला मुख्यालय भेजने की योजना है। प्रयास होगा कि मंजूरी जल्द- से- जल्द मिल जाए ताकि सुरक्षा निश्चित हो सके।
खंड शिक्षा क्षेत्र की स्कूल भवनों में तड़ित चालक लगाए जाने की योजना है। जरूरी विचार-विमर्श के बाद इसके लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
के के यदु, खंड शिक्षा अधिकारी, भाटापारा