सीएमएचओ ने नर्सिग होम एक्ट के तहत कार्रवाई कर किया सील
नोटिस के बाद भी कमियों को नहीं किया दूर
बिलासपुर। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने नर्सिग होम एक्ट के प्रावधानों के विपरीत बिना डॉक्टर अस्पताल का संचालन करने पर उसलापुर के दयावती अस्पताल को सील कर दिया है।
उसलापुर में दयावती के नाम से अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। इसके संचालक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं अधिकारी कार्यालय में नर्सिंग होम एक्ट के तहत लाइसेंस के लिए भी आवेदन भी किया है। उनके आवेदन की जांच करने के लिए नर्सिंग होम एक्ट की टीम ने 10 जनवरी 2022 को अस्पताल का निरीक्षण किया था. जांच के दौरान नर्सिंग होम एक्ट की टीम को अस्पताल में एक भी रेगुलर डॉक्टर नहीं मिले। मरीज भर्ती होते तो किसी अन्य अस्पताल से इलाज करने के लिए डॉक्टर बुलाया जाता है। इससे समय पर मरीजों को डॉक्टर और स्टॉफ की सुविधा नहीं मिल पाती है। नर्सिंग होम की टीम ने रिपोर्ट तैयार कर जिला समिति नर्सिंग होम एक्ट की बैठक में 20 मई को इसकी जानकारी दी थी। बैठक में समिति के पदाधिकारियों ने रिपोर्ट के आधार उसलापुर स्थित दयावती अस्पताल का संचालन नर्सिंग होम एक्ट के अनुरूप नहीं होना पाया। इसकी वजह से अस्पताल संचालन के लिए लाईसेंस जारी नहीं करने का भी निर्णय लिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं अधिकारी कार्यालय बिलासपुर ने 26 मई को अस्पताल संचालक को नोटिस जारी कर अस्पताल बंद करने का निर्देश दिया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं अधिकारी के आदेश की अवहेलना कर अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। इसकी सूचना पर सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन बुधवार को अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे. जहां अस्पताल का संचालन हो रहा था. इस पर सीएमएचओ डॉ. महाजन ने स्वास्थ्य अमले को अस्पताल को तुरंत सील करने का निर्देश दिया। इसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है कार्रवाई में सीएमएचओ डॉ. महाजन के साथ डीएचओ डॉ. मनीष श्रीवास्तव, गिरीश दुबे और प्रवीण शर्मा मौजूद रहें।
अस्पताल में भर्ती मरीज को किया दूसरी जगह सिफ्ट
कार्रवाई करने पहुंचे सीएमएचओ डॉ. महाजन को अस्पताल के निरीक्षण में वार्ड में भर्ती एक मरीज मिला। उपचार कर रहें डॉक्टर के बारे में पूछा गया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। मरीज का इलाज नर्स और टेक्निशियन के भरोसे किया जा रहा था। डॉ. महाजन ने मरीज को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया इसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की गई।
संचालन ने बताया आल इज वेल
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं अधिकारी कार्यालय ने दयावती अस्पताल के संचालक अभिषेक एक्का को नोटिस जारी कर बताया गया था कि अस्पातल में डॉक्टर और फार्मसिस्ट नहीं होने सहित कई कमियाँ है। संचालक ने नोटिस के जवाब में कहा कि हमने सभी खामी दूर कर ली गई है। टीम ने फिर से जांच की तो खामियां जस की तस पाई गई और अस्पताल संचालित मिला।