मंडी प्रबंधन और अभिकर्ता संघ का संयुक्त प्रयास
भाटापारा। कॉलेज ग्राउंड के ठीक किनारे खाली जगह पर, धान से भरी गाड़ियां खड़ी होंगी। व्यवस्थित प्रवेश और निकास के लिए सभी की सहमति से टोकन सिस्टम लागू किए जाने के भी प्रयास हैं। यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि अंदर और बाहर की व्यवस्था सामान्य बनी रहे।
चालू माह किसान, श्रमिक, अभिकर्ता, मिलर्स और चालक सहित आम नागरिकों के लिए एक सबक के रूप में नजर आ रहा है। रबी फसल की रिकॉर्ड आवक से प्रांगण में जहां पैर रखने की जगह नहीं है तो, बाहर धान से भरी वाहनों की कतार आवाजाही में व्यवधान बन रही है। 2 दिन आवक रोकने के प्रयास, व्यवस्था बहाली का पहला कदम था तो अब किया जा रहा प्रयास, यह बता रहा है कि मंडी प्रशासन और अभिकर्ता संघ जी- तोड़ कोशिश कर रहा है कि सब कुछ सामान्य हो जाए।
अब यहां गाड़ियां
मंडी प्रशासन और अभिकर्ता संघ की संयुक्त सहमति के बाद कॉलेज ग्राउंड के ठीक किनारे की खाली जगह को कृषि उपज से भरी गाड़ियों को खड़ी करने की व्यवस्था की जा चुकी है। इस खाली जगह की क्षमता लगभग 500 गाड़ियां खड़ी की जाने की है। लिहाजा दिक्कत नहीं होगी। इसके अलावा सभी सभी पक्षों ने सहमति दे दी तो टोकन सिस्टम लागू करने की भी योजना है, ताकि प्रवेश और निकास की व्यवस्था बनी रहे।
अभूतपूर्व संकट
धान की सुगंधित किस्मों के विक्रय और विपणन के लिए पहचाने जाने वाले रमेश महाराज 80 बरस के हो चुके हैं । चर्चा के दौरान वे कहते हैं कि अपने जीवन काल में ऐसा संकट कभी नहीं देखा। किसान जैसी मेहनत कर रहे हैं, उसे देखते हुए सड़क से लेकर प्रांगण तक की हर व्यवस्था पुख्ता बनानी होगी। अब ऐसी कार्य योजना की जरूरत है, जिसमें आने वाली पीढ़ियां ऐसी परेशानी का सामना नहीं करें।
हाल आज का
अभिकर्ता संघ और मंडी प्रशासन का ताजा प्रयास कितना सफल होगा ? यह तो आने वाले दिन ही बताएंगे, लेकिन कारोबारी सप्ताह के पहले दिन लगभग 50000 कट्टा कृषि उपज की आवक का अनुमान है। इसमें आने वाले दिनों में और भी बढ़त के संकेत मिल रहे हैं क्योंकि अभूतपूर्व संकट के बीच किसानों का भरोसा इस मंडी पर अभी भी बरकरार है। कीमत भी दूसरी मंडियों की अपेक्षा अच्छी मिल रही है।
सभी सुविधाएं
भरपूर फसल और रिकॉर्ड आवक को देखते हुए कॉलेज ग्राउंड के किनारे की जगह पर कृषि उपज से भरी हुई गाड़ियों को खड़ी करने की व्यवस्था की जा चुकी है। यहां बिजली, पानी और छांव जैसी सभी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रहीं हैं। इस काम में मंडी प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है।
राजेश तिवारी, अध्यक्ष, अभिकर्ता संघ ,भाटापारा