आंख खुली तो आंगन में पसरे जंतु को देख कर उड़ गए होश

रतनपुर। आधी रात घर में अंधेरे को चीर कर सांस लेने की तेज आवाज सुन कर ग्रामीण जगा तो देखा कि घर के आंगन में आठ फीट का मगरमच्छ पसरा है। परिवार के दूसरे सदस्यों को जगाकर पड़ोसी के यहाँ सरण ली इसकी सूचना डायल 112 के साथ वन विभाग को दी। 112 के जवानों ने मगरमच्छ को पकड़ कर रस्सी से बांधा। सुबह वन विभाग की पहुंची टीम ने मगरमच्छ को खुंटाघाट बांध में छोड़ा।

कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र में  ग्राम पंचायत सिल्ली निवासी रामप्रसाद रोहिदास के घर बीती रात आठ फीट लंबा मगरमच्छ घुस आया। आधी रात को अंधेरे को चीरकर आ रही सांस लेने की तेज आवाज सुनकर उसकी नींद खुली. जंगली जानवर के अंदेशे से उसने आंगन की लाइट जलाई तो देखा कि घर के आंगन में आठ फीट लंबा मगरमच्छ पसरा है। उसने घर के दूसरे लोगों को जगाकर सबके सब घर को खाली कर शरणं लेने पड़ोसी के घर पहुंचे। उसने पड़ोसी की मदद से मोबाइल से डायल 112 को काल कर सूचना दी कि उसके घर में मगरमच्छ घुस आय है। जिसके सांस लेने की आवाज से पूरे परिवार के लोग दहशतजदा है एवं जान बचाने घर से किसी तरह निकालकर पड़ोसियों के घर शरण ले रखे हैं। मौके पर पहुंचे 112 में तैनात जवानों ने मौके पर पहुंच इसकी  सूचना वन विभाग को दी।  पाली वन परिक्षेत्र के अधिकारी ने सूचना को गंभीरता से नही लिया. वन अमले के मौके पर नहीं पहुंचने पर प्रधान आरक्षक निरंकारी ने आरक्षक अमित कुर्रे, व संजू श्रीवास ने एक मोटे रस्से के सहारे फंदा बनाकर मगरमच्छ को फंसाया और समीप के एक पेड़ के पास ले जाकर बांध दिया। जिसके बाद रोहिदास परिवार एवं उसके पड़ोसियों ने राहत की सांस ली। 
वही सुबह वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी ग्राम सिल्ली पहुंचे और मगरमच्छ को अपने कब्जे में लेकर उसे खूंटाघाट जलाशय में छोड़ा।