ऐसे में तो मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी उठे सवाल

मौत का समय बताएगा कब लगाया गया जाल

रतनपुर।  महामाया मंदिर कुंड में जाल में फंसकर मृत मिले 23 कछुओं की घटना को पखवाड़ा भर ही हुआ है। अब इससे सटे कलपेसरा तालाब में जाल में फंसकर चार कछुआ मृत मिले हैं। जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे वन अमला ने जाल के साथ कछुओं को बरामद कर जब्त किया है। इस घटना के बाद आशंका व्यक्त की जा रही है कि बीते दिनों मृत मिले कछुओं को के फरार रसूखदार आरोपियों को राहत दिलाने साजिश रची गई है। घटना का सच क्या है ये तो जांच के बाद ही खुलासा हो सकेगा।

महामाया मंदिर परिसर स्थित महामाया कुंड से लगे कलपेसरा तालाब में जाल में फंसकर और चार कछुओं की मौत हो गई। नगरपालिका परिषद के अधीनस्थ कलपेसरा तालाब को नौका विहार के लिए ठेके पर दिया जाता है। ठेका खत्म होने के बाद नौका विहार का संचालन इन दिनों नगरपालिका प्रशासन द्वारा कराया जा रहा है। मंगलवार की सुबह तालाब में सैलानियों को नौका विहार कराया जा रहा था इसी दौरान एक नाव के पैडल में जाल फंस गया। तालाब के किनारे लाकर जाल को खींच कर बाहर निकाला गया तो जाल में फंसकर मृत चार कछुओं का खुलासा हुआ। घटना की की सूचना वन कर्मियों को दी गई। घटना की सूचना पर रतनपुर वन परिक्षेत्र का अमला मौके पर पहुंचा। उन्होंने पंचनामा बनाकर जाल में फंसकर मृत पाए गए चार कछुओं को बरामद कर जब्त किया। मृत कछुओं की लाश को पोस्ट मार्टम के लिए भिजवाया गया है। कछुओं की मौत कब और कैसे हुई इसका खुलासा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ही हो सकेगा।

साजिश देख रहे शहरवासी

इधर और चार कछुओं के जाल में फंसकर मृत मिलने की ताज़ा घटना ने शहर के लोगों को आक्रोशित कर दिया है। इस मामले को लोग अब जाल में फंसकर मृत मिले 23 कछुओं के फरार रसूखदार आरोपियों को राहत दिलाने के लिए की गई साजिश के रुप में देख रहे हैं। मामले का सच जांच के बाद ही सामने आ पाएंगा। गौरतलब है कि सोमवार को ही जाल में फंसकर मृत मिले 23 कछुओं की घटना में महामाया मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सतीश शर्मा, ट्रस्ट के सहयोगी आनंद जायसवाल व ट्रस्ट कर्मी के साथ मजदूर दो मछुआरों को आरोपी नामजद कर दो मजदूर मछुआरों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। कोर्ट के आदेश पर दोनों को न।न्यायायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। वहीं  रसूखदार आरोपी सतीश शर्मा, ट्रस्ट के सहयोगी आनंद जायसवाल व ट्रस्ट कर्मी को फरार बताया गया है।

नए कैमरे लगाए गए हैं तो कैमरे में होंगे आरोपी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महामाया कुंड में जाल में फंसकर मृत मिले 23 कछुओं की मौत की घटना के मंदिर ट्रस्ट ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए और अतिरिक्त कैमरे लगावाएं हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि मंदिर परिसर की निगरानी में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में भी कलपेसरा तालाब में जाल लगाने की घटना के चलचित्र रिकॉर्ड हुए होंगे। उम्मीद की जानी चाहिए कि सीसीटीवी कैमरों के लोकेशन और दिशा से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई होगी। परिसर में लगे कैमरे पहले की तरह काम पर लगे हो किसी को नींद की कोई झपकी नहीं आई हो, सब कुछ वैसा ही दिख रहा हो जैसे पहले की रिकॉर्डिंग में दर्ज विवरण पर आरोपी तय हो सके।

फाईल चलचित्र

तो सोते रहे सुरक्षा में लगे जवान
हजार साल पुरानी लाखों लोगों के आस्था के प्रतीक रतनपुर स्थित महामाया मंदिर की सुरक्षा को लेकर पुलिस व सुरक्षा प्रहरियों की गंभीर लापरवाही और चूक फिर सामने आ गया है। मां महामाया मंदिर की सुरक्षा में लगे जवान सोते रहे और मंदिर परिसर से ही जुड़े तालाब में अपराध जाल बिछाकर चले गए और इसमें फंसकर और चार कछुओं ने अपनी जान गंवा दी।
नगरपालिका अध्यक्ष ने जताया दुख
मंदिर की सुरक्षा पर भी उठाए सवाल

नगरपालिका अध्यक्ष लवकुश कश्यप ने कलपेसरा तालाब में भी जाल में फंसकर मृत मिले और चार कछुओं की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि नगरपालिका प्रशासन की ओर से घटना की शिकायत थाने में दर्ज कराई जाएगी।‌ घटना किसी साजिश का हिस्सा मिला तो दोषी लोगों को सजा दिलाने ईमानदारी से पहल की जाएगी। इस घटना को मंदिर की सुरक्षा में कड़ी चूक के रुप में भी देखा जाना चाहिए। रात भर मंदिर परिसर में निगरानी के लिए होमगार्ड के जवान तैनात रहते हैं। पुलिस प्रशासन को भी घटना को गंभीरता से लेनी चाहिए। मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा होनी चाहिए।