ग्राम कालामांजन के जंगल में किया था दो युवकों का शिकार

विशेषज्ञों ने कुमकी हाथी पर बैठकर किया ट्रैंक्यूलाइज


सूरजपुर । जिले के ओड़गी थाना क्षेत्र के ग्राम कालामांजन के जंगल में बिलासपुर से पहुँची विशेषज्ञों की टीम ने कुमकी हाथी पर बैठकर बाघ को ट्रैंक्यूलाइज किया । गंभीर रूप से घायल मादा बाघ को पिंजरे में बंद कर जंगल सफारी रायपुर ले जाया गया। जहां घायल बाघ का इलाज किया जाएगा। बाघ के सिर पर गंभीर चोंट होने की बात कही गई है।

ओड़गी क्षेत्र के कालामांजन जंगल में बाघ ने तीन युवकों पर हमला कर दिया था. इसमें से 2 युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। आत्मरक्षा में किए गए कुल्हाड़ी के वार से बाघ भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद से वनांचल में दहशत का माहौल था। घायल बाघ जंगल में काफी भीतर छिपी हुई थी। ड्रोन कैमरे की मदद से उसकी तस्वीर ली गई। तस्वीर की मदद से बाघ के भी गंभीर रूप से घायल होने का खुलासा हुआ। जिला प्रशासन व वन विभाग द्वारा बाघ को ट्रैंक्यूलाइज करने बिलासपुर से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई थी।

मंगलवार की सुबह टीम द्वारा प्रशिक्षित कुमकी हाथी पर बैठकर मादा बाघ को ट्रैंक्यूलाइज किया गया। बाघ की मौजूदगी वाली जगह पर बिलासपुर से आई विशेषज्ञों की टीम पहुंची। प्रशिक्षित कुमकी हाथी पर बैठकर टीम ने उसे ट्रैंक्यूलाइज किया। टीम के कुछ सदस्य जेसीबी वाहन व कुछ लोग पेड़ पर भी चढ़े थे। बाघ के बेहोश हो जाने के बाद उसे स्ट्रेचर में जंगल से बाहर लाकर पिंजरे में बंद किया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कुल्हाड़ी के वार से बाघ के सिर में चोट आई है। विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद उसे पिंजरा सहित ट्रक में भरकर जंगल सफारी रायपुर के लिए रवाना किया गया। जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा घायल बाघ का इलाज किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि बाघ बांधवगढ़ या संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से चलकर यहां पहुंचा था।

दो को बनाया था शिकार
सोमवार की सुबह ग्राम कालामांजन निवासी 32 वर्षीय समयलाल, 35 वर्षीय कैलाश सिंह व 30 वर्षीय राय सिंह गांव से लगे जंगल में लकड़ी लेने गए थे। इस दौरान बाघ ने उन पर हमला कर दिया था। इसमें समयलाल की मौके पर ही मौत हो गई थी। बचाव में युवकों ने बाघ पर भी कुल्हाड़ी से वार किया था। इससे घायल बाघ उन्हें छोडक़र जंगल में चला गया था। गंभीर रूप से घायल कैलाश को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में मृत घोषित कर दिया गया था। वहीं राय सिंह का इलाज जारी है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 6-6 लाख रुपए मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को कलेक्टर दर पर नौकरी देने का आश्वासन दिया है।