दलहन की सभी किस्में तेज
भाटापारा। मौसम की मार। मांग का दबाव। सरसों ने जो नई कीमत अपने नाम दर्ज की है, उसका असर बहुत जल्द खुदरा बाजार में देखा जाएगा। अरहर, तिवरा और बटरी में तेजी की स्थिति आगे भी बने रहने के आसार बनते दिखाई दे रहे हैं। गेहूं की ठहरी कीमत जरूर राहत दे रही है।
रबी फसल में नया गेहूं, सरसों, धनिया, अरहर, तिवरा और बटरी की आवक मंडी प्रांगण में होने लगी है लेकिन जैसी तेजी शुरुआती दौर में बनी हुई है, वह दीर्घ अवधि तक बनी रहने की आशंका है क्योंकि बाजार की मांग का दबाव बहुत बढ़ा हुआ नजर आ रहा है। इधर स्टॉकिस्टों की खरीदी अलग से निकली हुई है, इसलिए तेजी बनी रहेगी।

भाव अच्छे हैं
नई फसल और मांग के दिन शुरू हो चुके हैं लेकिन मौसम की जो मार सरसों पर पड़ी है, उसके बाद दानों की गुणवत्ता कमजोर हुई है। गुणवत्तापरक कृषि उत्पाद के लिए पहचानी जाने वाली भाटापारा कृषि उपज मंडी में बेस्ट क्वालिटी का सरसों 4800 रुपए क्विंटल की नई ऊंचाई पर पहुंचा हुआ है। हल्की गुणवत्ता वाली सरसों में खरीदी 4200 से 4300 रुपए पर हो रही है।

और तेज होगा धनिया
प्रतिकूल मौसम की मार धनिया पर भी पड़ी है। लिहाजा तेजी इसमें भी आने लगी है। बेस्ट ग्रीन धनिया में सौदे 8000 रुपए क्विंटल पर हो रहे हैं। हल्की गुणवत्ता वाला धनिया 6000 से 6500 रुपए पर खरीदा जा रहा है। चौतरफा आवक के बावजूद नरमी के संकेत नहीं मिल रहे हैं क्योंकि इसमें भी बाजार और स्टॉकिस्टों की खरीदी जारी है।

अरहर दिखा रहा गर्मी
उत्पादक क्षेत्रों में भी हुई बारिश ने तैयार फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। लिहाजा इसमें मांग की तुलना में अपेक्षित आवक का नहीं होना बताया जा रहा है। इसलिए नई फसल की कीमत 8500 रुपए क्विंटल बोली जा रही है। जबकि दाल मिलों की खरीदी से अंतरप्रांतीय आवक में सौदे 9000 रुपए क्विंटल पर हो रहे हैं। तिवरा 3200 से 3300 रुपए और बटरी में खरीदी 3400 से 3500 रुपए पर हो रही है।

गुणवत्ता पर असर
कटाई के लिए तैयार गेहूं की फसल पर मौसम ने जो कहर बरपाया है उसके बाद इसकी नई फसल में सौदे बेहद सावधानी के साथ हो रहे हैं। सात जिलों की आवक के बावजूद भाव 2000 रुपए क्विंटल पर स्थिर है। इसमें आने वाले दिन कैसे रहेंगे? जैसे सवाल पर कारोबारी जवाब देने की स्थिति में नहीं है।