जुर्म कबूलने पर पंचायत ने लगाया है 15-15 हजार रुपए जुर्माना

कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम सलका का है मामला

कोटा। बकरी चोरी का जुर्म कबूलने पर पंचायत ने दो आदिवासी युवकों पर 15-15 हजार रुपए जुर्माना लगाया।  जुर्माने की राशि अदा नहीं कर पाने पर दोनों युवक परिजनों को कुछ बताए बिना ही गांव छोड़ कर फरार हो गए हैं।  चार महीने बाद भी इनका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। पतासाजी को लेकर परिजन हलाकान हो रहे हैं। एक आरोपी महेश की पत्नी ने अपने पिता और दो मासूम बच्चों के साथ के थाने जाकर पति की गुमसुदगी की सूचना दर्ज कराई है।

कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सलका निवासी राधेश्याम नायक पिता फूल सिंह के घर से 19 मार्च 2022 की रात दो बकरी और एक बकरा चोरी हो गई।  राधे श्याम ने पतासाजी कर चोरी हुई बकरा और बकरियां ग्राम धनरास से बरामद कर लिया।  जहाँ पूछताछ में खुलासा हुआ कि बकरा और बकरियां उसके ही गाँव के महेश पिता धरम सिंह व तोरन सिंह, पिता जान सिंह ने लाकर दी थी। आरोपी महेश और तोरण के बकरी व बकरा चोरी करने की जानकारी राधेश्याम ने पंच सरपंच और ग्रामीणों को दी। जिसे लेकर गाँव में पंचायत बुलाई गई. पंचायत की बैठक में ग्रामीणों के सामने दोनों आरोपियों ने चोरी करना कबूल कर लिया। इस पर पंचायत ने दोनों पर 15- 15 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया। जुर्माना अदा करने आरोपियों के पास पैसे नहीं थे। जुर्माना अदा नहीं कर पाने पर डर कर दोनों आरोपी गाँव छोड़ कर फरार हो गए।

  ससुर ने भरा लापता दामाद का जुर्माना

घटना की जानकारी होने पर एक आरोपी महेश के ससुर ने अपने दामाद के जुर्माने की राशि पंचायत को अदा कर दी. उसने सरपंच से इसकी रसीद भी ले ली।  वहीं दूसरे आरोपी के जुर्माने की राशि जमा नहीं हुई तो पंचायत ने उसके परिवार का हुक्कापानी बंद कर दिया।

 पुलिस हस्तक्षेप से शुरू हुआ हुक्कापानी

गाँव में एक परिवार के हुक्का पानी बंद कर देने की सूचना थाने पहुंची। कोटा थाना पुलिस गांव पहुंची। पुलिस हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा लिया गया। वहीं पुलिस ने आज तक दोनों आरोपियों की पतासाजी कर वस्तुस्थिति जानने की कोशिश नहीं की है। इधर घटना के बाद बकरी चोरी के दोनों आरोपी अब तक लापता हैं। दोनों आरोप के परिजन उनकी पतासाजी को लेकर हलाकान हो रहे हैं।