खाद्य एवं औषधि प्रशासन की तैयारी
बिलासपुर। नजर में दूध और दूध से बनी खाद्य सामग्रियां। निशाने पर होंगी मिठाईयां। और हां, पहली बार ऐसी वस्तुओं के नाम, जांच की सूची में लिखे जा रहे हैं जिनका उपयोग प्रसाद और उपवास के दौरान किया जाता है।
पर्व और त्यौहार का सिलसिला अब दीपावली तक चलेगा। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने राज्यों में काम कर रहीं खाद्य एवं औषधि प्रशासन को सघन जांच की तैयारी रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश में पहली बार कुछ ऐसे क्षेत्रों को भी जांच के घेरे में लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं, जो अब तक इसके दायरे से बाहर रहे हैं। परंपरागत क्षेत्रों में जांच, इस बार बेहद कड़ाई के साथ करने के सख्त निर्देश हैं।

यहां सख्ती पहली बार
खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पर्व और त्यौहारों पर प्रसाद और उपवास के दौरान उपयोग की जाने वाली खाद्य सामग्री की जांच के लिए विशेष अभियान की तैयारी की है। प्रशासन का मानना है कि यह क्षेत्र भी लापरवाही दिखा रहा है। प्रारंभिक जांच में प्रसाद की पैकिंग में सुरक्षा मानक का पालन नहीं किया जाना पाया गया है, तो खुले में बेची जा रही फलाहारी सामग्री में भी ऐसी लापरवाही सामने आ रही है। इसलिए यह क्षेत्र निशाने पर होगा।

होटल और स्वीट कॉर्नर
सघन जांच में हमेशा की तरह होटल और मिठाई दुकानों की जांच कड़ाई के साथ करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। संस्थानों को नियमों का पालन गंभीरता के साथ करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच के दौरान एडिबल प्रोडक्ट में नान-एडिबल प्रोडक्ट के उपयोग पर नजर रहेगी। इसके अलावा सेल्फ लाइफ की भी जांच की जाएगी। नियम और मानक पर खरा नहीं उतरने वाली खाद्य एवं पेय सामग्री तत्काल जब्त कर ली जाएगी और संस्थान संचालक पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।

इसलिए यह कारोबार
खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए चाट ठेलों और जूस कॉर्नर को सघन जांच के घेरे में लेने का फैसला लिया है क्योंकि स्वच्छता के अभाव में संक्रमण का खतरा यहां सबसे ज्यादा होता है। जांच के दौरान यह जरूरी व्यवस्था नजर में होगी, तो रजिस्ट्रेशन और पंजीयन नंबर भी पूछे जाएंगे। नहीं मिलने की अवस्था में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के नियमों के मुताबिक कार्यवाही की जाएगी।
जांच के निर्देश
प्रसाद और फलाहारी सामग्रियां बनाने और विक्रय करने वाली संस्थानों की जांच गंभीरता के साथ की जाएगी। चाट और जूस कॉर्नरों की भी जांच के निर्देश खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दिए जा रहे हैं।
डॉ आर के शुक्ला, असिस्टेंट कमिश्नर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, रायपुर