भीगने से बचाई जा सकेगी कृषि उपज
भाटापारा। अब ना कृषि उपज भीगेगी, ना बारदाने गीले होंगे क्योंकि नीलामी और बाद के तमाम काम शेड के नीचे किए जाने लगे हैं। इतना ही नहीं क्षतिग्रस्त शेड के उपर बिटूमिन वाटर प्रूफिंग क्लॉथ भी लगाए जा रहे हैं, ताकि रिसाव जैसी समस्या नहीं आने पाए।
भरपूर आवक और मानसून की दस्तक के बाद जैसी समस्या आ रही थी, उसे अब दूर करने के प्रयास चालू हो चले हैं। किसान, अभिकर्ता, मिलर्स और ट्रेडर्स को हो रही दिक्कत को देखते हुए, आज से शेड के नीचे नीलामी की प्रक्रिया मंडी प्रशासन ने चालू करवा दी। इससे उपज के भीगने और बाद की स्थितियों में होने वाले नुकसान से छुटकारा मिल सकेगा और दूसरे जरूरी कामकाज की निरंतरता बनाई रखी जा सकेगी।
यहां पहले वाटर प्रूफिंग
बीते कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शनिवार को हुई बारिश से यह जानकारी मिली कि शेड के कई स्थानों से बारिश का पानी रिस रहा है। जांच में यह सही मिली। इसलिए मंडी प्रशासन ने अवकाश की स्थिति को देखते हुए रविवार को शेड के उन हिस्सों में वाटर प्रूफिंग क्लॉथ लगवाने का काम चालू किया, जहां ऐसी शिकायत सबसे ज्यादा थी। ऐसी जगह भी चिन्हाकित किए जा चुके हैं, जहां-जहां यह काम किया जाना है।
शेड के नीचे नीलामी शुरू
मौसम को देखते हुए किसानों, मंडी अभिकर्ताओं, मिलर्स और ट्रेडर्स की मांग से सहमत होते हुए शेड के नीचे रखी कृषि उपज की न केवल नीलामी शुरू करवा दी गई है, बल्कि प्रांगण के भीतर बनी नालियों की निरंतर सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। इससे खुले मौसम के दिनों में होने वाली नीलामी और दूसरे काम को व्यवस्थित रखा जा सकेगा।
आवक हुई कम
मानसून के प्रवेश के बाद किसान अब खेतों की ओर कदम बढ़ाने लगे हैं। इससे कृषि उपज मंडी में आवक सीमित होने लगी हैं। जो गाड़ियां कृषि उपज लेकर आ रहीं हैं, उन्हें शेड के नीचे जगह दी जा रही है। इस काम में हालांकि वक्त जरूर लग रहा है लेकिन उपज को सुरक्षित रखने जैसी कवायद को किसानों का पूरा सहयोग मिल रहा है।
शेड के नीचे रखी कृषि उपज की नीलामी चालू करवा दी गई है। इस बीच रिसाव वाले शेड में बिटूमिन वाटर प्रूफिंग लगाया जा रहा है ताकि बारिश के दिनों में कृषि उपज को भीगने से बचाया जा सके।
– एस. के चवरे, सचिव, कृषि उपज मंडी, भाटापारा