डीन डॉ. सहारे को पत्र लिखकर उचित उपाय व पेस्ट कंट्रोल ट्रीटमेंट के लिए किया आग्रह

बिलासपुर। सिम्स के रेडियोलॉजिस्ट और डीन चूहे और सोनोग्राफी मशीन की खराबी को को लेकर भिड़ गए है। डीन डॉ. के.के. सहारे का कहना है कि सोनोग्राफी मशीन में छेड़छाड़ कर उसे खराब किया गया है। ऐसा लग रहा है। वहीं रेडीयोलॉजी विभागध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह कह रही कि मशीन के तार को चूहों ने कुतर दिया था जिसके कारण शार्ट-सर्किट हुआ और मशीन खराब हुई। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना सिंह ने डीन डॉ. के.के. सहारे के पर छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
सिम्स में पिछले 2 माह से सोनोग्राफी नहीं हो रही है। इसका कारण मशीन की खराबी बताई जा रही है। ऐसे में दो दिन पहले डीन डॉ. के.के सहारे के पास शिकायत आई तो वो निरीक्षण करने रेडियोलॉजी विभाग पहुंचे जहां उन्होने मशीन को देखने के बाद ये दावा किया कि सोनोग्राफी मशीन में छेड़छाड़ हुआ है। ऐसा देखने में लग रहा है।उन्होने विभागध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह के खिलाफ नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए। अब रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना सिंह ने भी पत्र लिखा है। जिसमें उन्होने कहा है कि यदि रेडियोडायग्रोसिस में कोई चिकित्सक उपस्थित नहीं होना ये प्रबंधकीय नाकामयाबी है। इसकी जानकारी समय पर दी गई होती तो यह स्थिति नहीं होती। उन्होने कहा डीन जानबूझकर मेरी छवि खराब करने के लिए यह कह रहें कि सोनोग्राफी मशीन को जानबूझकर छेड़खानी की गई है 16 मार्च 2022 से एब्डोमिनस प्रोब खराब हो चुका है। कंपनी के इंजीनियर ने भी परीक्षण कर बताया है कि प्रोब को चूहे ने काटकर खराब कर दिया है। इस संबंध में अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मशीन के अंदर चूहों ने बनाया है घोंसला

डॉ. अर्चना सिंह का कहना है कि डिजिटल मोबाइल एक्सरे मशीन के लिए आए इंजीनियर ने मशीन के अंदर चूहे होने की पुष्टि की है। हार्ड डिस्क पैनल पर चूहों का बनाया गया घोंसला व की गई गंदगी सर्विसिंग के दौरान पाया गया है। इसी कारण शार्ट सर्किट से आग लगने की घटना घटी व मशीन बंद हो गई। सर्विस इंजीनियर इंद्रकुमार कुर्रे भी आए थे उन्होने जानकारी दी है। मशीन के अंदर देख कर ये साफ लग रहा है कि चूहों ने ही इसका तार कुतर दिया है। जिसके कारण मशीन खराब हुई है।

फॉरेंसिक जांचकर अपराधी को ढूंढ ले प्रबंधन

सोनोग्राफी मशीन के साथ छेड़छाड़ हुआ है तो इसके लिए फॉरेंसिक जांच इंजीनियर की उपस्थिति में आवश्यक है। क्योकि यदि सोनोग्राफी का प्रोब किसी कर्मचारी या चिकित्सक द्बारा खराब की गई है। तक इसक ेलिए संबंधित कर्मचारी या अधिकारी को दण्डित किया जाए। यदि चूहे द्बारा या अन्य बाहरी व्यक्तियों द्बारा खराब किया गया है। तब प्रबंधन इसके लिए खूद जिम्मेदार होगा।

कई मामले में चल रही जांच : डीन

दो दिन पहले निरीक्षण के दौरान डीन डॉ.के.के. सहारे ने कहा था कि मशीन को देखकर लग रहा कि इसे जानबूझकर खराब किया गया है। वहीं अधीक्षक डॉ. नीरज शेंडे को कहा गया कि रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना सिंह के खिलाफ नोटिस जारी किया जाए। इस दौरान डीन डॉ. सहारे ने बताया था कि विभागध्यक्ष डॉ. अर्चना के खिलाफ कई बार शिकायत हो चूकी है। कई मामलों में उनके खिलाफ जांच भी चल रही है। जानबूझकर मशीन खराब कर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा साथ ही मरीजों को परेशान किया जा रहा।

चूहे से बचाव के लिए पेस्ट कंट्रोल कराया जाय: डॉ. अर्चना सिंह

रेडियोडायग्रोसिस विभागध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह ने डीन डॉ. सहारे को पत्र लिखकर आग्रह किया कि चूहों से बचाव के लिए विभाग में यांत्रिकी/ रखरखाव शाखा का निरीक्षण करवाकर उचित उपाय तथा पेस्ट कंट्रोल ट्रीटमेंट अतिशीघ्र करवाया जाय। बिना प्रमाण कोई बायान देने से राज्य शासन के शासकीय संस्थान के हितों के विरुद्ध है। इससे संस्था के साथ-साथ राज्य शासन की छवि धूमिल होती है। उन्होने डीन के खिलाफ अपने छवि को खराब करने का आरोप भी लगाया है।