भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)
की मांग
10 फरवरी को घेराव कर आंदोलन की दी चेतावनी
कोरबा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने गरीबों के बिजली बिल माफ करने एवं काटे गए कनेक्शनों को तत्काल जोड़ने की मांग की है। पार्टी ने बिजली समस्या का समाधान न होने पर 10 फरवरी को बिजली विभाग के घेराव की भी चेतावनी दी है।
माकपा के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा जब पूरे देश मे लॉकडाउन का सबसे बुरा असर किसानों, दिहाड़ी मजदूरों एवं गरीबों पर पड़ा है और पिछले दो सालों से वे अपनी जिंदगी को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है, बिजली विभाग कई महीनों का एकमुश्त बिल गरीबों को थमा रहा है। बिल नहीं पटाने पर इन्हें नोटिस भेजा जा रहा है और घरों के कनेक्शन काट कर इस महामारी के समय उन्हें अंधेरे में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले लॉकडाउन में कई महीनों तक बिजली बिल के लिए रीडिंग नहीं की गई, जिसके लिए बिजली विभाग जिम्मेदार है। कई लोगों को 40-50 हजार रुपये से भी ऊपर के बिल भेजे गए हैं, जो उनकी वार्षिक आय से भी ज्यादा है। रोज कमाने-खाने वाले मजदूरों और किसानों की मनमाने तरीके से भेजे गए इन बिलों को देखकर हालत खराब है कि जब उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं है, तो कैसे वे इन भारी-भरकम बिलों का भुगतान कर पायेंगे।
गरीबों के बिजली बिल करें माफ
माकपा नेता ने कहा छत्तीसगढ़ में फिर से कोरोना की तीसरी लहर तेजी से बढ़ रही है, जिसका गरीबों की रोजी-रोटी पर प्रभाव पड़ने वाला है। वे बिल को पटाने की हालत में नहीं है। पार्टी ने मांग की है कि गांवों में रहने वाले सभी किसानों, मजदूरों और शहरी झुग्गियों के गरीबों के बिजली बिल को माफ किया जाएं। साथ ही, बिल न पटाने के कारण जिन घरों के बिजली कनेक्शन काटे गए हैं, उनको एक सप्ताह के अंदर जोड़ा जाये। उन्होंने बताया बिजली समस्या को लेकर गांव-गांव में बैठक आयोजित की जा रही है। बैठकों में आम जनता का आक्रोश बिजली विभाग के खिलाफ सामने आ रहा है। जवाहर सिंह कंवर, नंदलाल कंवर, दीपक साहू, मोहपाल सिंह, अजित सिंह, पुरषोत्तम, संजय यादव, जय कौशिक, मान सिंह, मोहन यादव, हेम सिंह, हुसैन, देव कुंवर, तेरस बाई, दिलहरन बिंझवार, दिलीप दास, लखपत, सत्रुहन, नरेन्द्र, दामोदर, जगदीश, रामपूजन आदि कार्यकर्ताओं की अगुआई में अभियान चलाया जा रहा है।
ज्ञापन सौंपा
माकपा ने आरोप लगाया है कि एक ओर सरकारी विभागों और उद्योगपतियों पर हजारों करोड़ रुपयों का बिजली बिल बकाया है, इसे वसूलने में शासन असमर्थ है, वहीं बिजली विभाग आम जनता को परेशान कर है। इसके खिलाफ माकपा आम जनता को लामबंद करके 10 फरवरी को तुलसीनगर स्थित वितरण कंपनी कार्यालय का घेराव करेगी। इसका सीएसईबी कोरबा के अधीक्षण अभियंता के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया।