संक्रमण रोकने के उपाय की, कर रहे अनदेखी

भाटापारा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नगर पालिका और कृषि उपज मंडी। सारा दिन भरपूर आवाजाही वाले इन क्षेत्रों में संक्रमण रोकने के उपाय तो किए गए थे लेकिन इन तीनों के परिसर में जैसी लापरवाही दिखाई दे रही है, उसका परिणाम है वह उपाय, जो न केवल धूल खा रहे हैं बल्कि टूटने भी लगे हैं।

कोरोना के बढ़ते मामले और ओमीक्रॉन के खतरे के बीच तीसरी लहर से अब राज्य सरकार भी इनकार नहीं कर रही है। हर वह उपाय और इंतजाम किए जाने के आदेश दिए जा रहे हैं जो महामारी के बढ़ते कदम को रोकने में सक्षम हैं लेकिन आमजनों की लापरवाही और प्रशासनिक बेफिक्री अब भी देखी जा रही है। जिससे संक्रमण को रोकने के प्रयासों को गहरा झटका लग रहा हैं। ताजा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और नगर पालिका से जुड़ा हुआ है, जिस पर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी है।

यहां सब बेफिक्र हैं

महामारी के दिनों में चिकित्सालयों की भूमिका महत्वपूर्ण रहती आई है लेकिन अपना स्वास्थ्य केंद्र भी गजब का है। संक्रमण के पहले और दूसरे दौर में बेहद अहम, स्वच्छता को कदम-कदम पर बनाए रखने के लिहाज से हाथ और पैर धोने का उपकरण लगाया गया था। अब इसे मुख्य द्वार से हटाकर पार्किंग के किनारे किया जा चुका है। जिससे इसमें धूल की परत जमने लगी है। अब आवाजाही सामान्य दिनों की तरह जारी है।

निकाय में भी हाल-बेहाल

स्वच्छता बेहद अहम है। इस सूक्ति वाक्य पर काम कर रही निकाय में काम की गंभीरता जानना चाहते हैं तो मुख्य द्वार से प्रवेश करना होगा। दाहिने हाथ की ओर वह उपकरण यूं ही रख दिया गया है, जिसकी जरूरत हमेशा होनी चाहिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद महामारी के दौर में दूसरी सबसे ज्यादा अहम मानी जाने वाली यह शासकीय एजेंसी, लापरवाही की सूची में दूसरे नंबर पर आ रही है।

अब ढांचा ही

पांच जिले की कृषि उपज आती है कृषि उपज मंडी में। पहली लहर के दौरान, खरीदी- बिक्री की अपनी गजब की व्यवस्था के लिए प्रदेश भर में पहचान बना चुकी, अपनी कृषि उपज मंडी में भी सैनिटाइजेशन के लिए चेंबर बनाया गया था। अब इसके अवशेष ही नजर आते हैं। मुख्य द्वार के किनारे रख दिया गया, यह चेंबर टूट-फूट की भेंट चढ़ चुका है। बताते चलें कि खरीफ फसल की आवक तो हो ही रही है, ठीक इसके बाद रबी फसल का दौर चालू होगा। उम्मीद है कि मंडी प्रबंधन मौजूदा दौर को देखते हुए ध्यान देगा।


संक्रमण की स्थिति को देखते हुए यह गंभीर गलती है। तीनों स्थानों पर व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए जा रहे हैं।

  • लवीना पांडेय, एसडीएम, भाटापारा