6 सौ रुपए क्विंटल और गुटका 500 रुपए
कड़ाके की ठंड से लकड़ी बाजार में आई गर्मी
भाटापारा। कड़ाके की ठंड ने, ठंडे लकड़ी और गुटका में गर्मी ला दी है। एकाएक बढ़ी मांग के बाद दोनों की कीमतों में क्विंटल पीछे 100-100 रुपए की तेजी आ चुकी है। आसार आगे भी ऐसे ही बने रहने के हैं।
सालों बाद जलाऊ लकड़ी का बाजार बढ़त लेता नजर आ रहा है। कारोबारियों के अनुसार मांग को देखते हुए कीमत बढ़ चुकी है। इसमें जैसी स्थिति बनी हुई है, उसे देखते हुए फिलहाल उतार की संभावना कम ही है क्योंकि लकड़ी और पत्थर कोयला की उपलब्धता जरा भी नहीं है। लिहाजा मौसम की मांग का दबाव जलाऊ लकड़ी और लकड़ी गुटका में ही बना हुआ है।
पहली बार बढ़ी मांग
जलाऊ लकड़ी की मांग अब लगभग शून्य हो चुकी है क्योंकि ग्रामीण मांग का क्षेत्र उज्जवला गैस योजना से लाभान्वित हो रहा है। थोड़ी बहुत जरूरत खेत- खलिहान से निकल रही लकड़ियों से पूरी की जा रही है लेकिन बीते 3 दिन से बढ़ी ठंड के बाद शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र की भी मांग पहुंच रही है। बता दें कि एक समय ऐसा भी था, जब ग्रामीण मांग की दम पर यह क्षेत्र चर्चा में रहता था।
इसमें मांग निरंतर
ग्रामीण क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्र की होटलों में अभी भी लकड़ी का गुटका सबसे ज्यादा उपयोग होता है। इसके अलावा खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां अपने बॉयलर के लिए लकड़ी का गुटका खरीदा करतीं हैं। सालों बाद इसमें घरेलू मांग देखी जा रही है। ऐसे में सॉ- मिलों को भरपूर मात्रा में आर्डर दिए जा रहे हैं। यह मांग भी फिलहाल तो बढ़त लेती नजर आती है।
मांग के बाद इस कीमत पर
घरेलू मांग के बाद जलाऊ लकड़ी 600 रुपए क्विंटल पर पहुंच चुकी है। मांग के पहले यह 500 रुपए पर मिल रही थी। इसी तरह लकड़ी गुटका होलसेल में 400 रुपए क्विंटल पर मिल रहा है। रिटेल काउंटर इसका विक्रय 500 रुपए क्विंटल की दर पर कर रहे हैं।