इलेक्ट्रिक व्हीकल की मौजूदगी हुई असरकारक

भाटापारा। आउटर की ठीक लेकिन सिटी के पेट्रोल पंपों की सेहत कुछ ठीक नहीं है क्योंकि इलेक्ट्रिक व्हीकल के आने से पेट्रोल की बिक्री में लगभग 10 फीसदी गिरावट देखी जा रही है।

पहले दो पहिया फिर तीन पहिया। अब चार पहिया इलेक्ट्रिक व्हीकल आ गए हैं। इनकी खरीदी को लेकर बढ़ते रुझान ने आहिस्ता-आहिस्ता पेट्रोल की बिक्री घटानी शुरू कर दी है। राहत, वह डीजल गाड़ियां दे रहीं हैं, जिनकी बढ़ती संख्या ने डीजल की मांग बढ़ाई हुई है।

अब कतार नहीं

सुबह 7 से 9 बजे तक। शाम 5 से रात 8 बजे तक। इस समय अवधि में पेट्रोल के लिए हर रोज कतार जैसे दृश्य देखे जाते थे। अब यह दृश्य नजर नहीं आ रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल की बढ़ती संख्या के बाद पेट्रोल की बिक्री में लगभग 10 फीसदी की गिरावट की बातें सुनने में आ रहीं हैं। सिटी एरिया के पेट्रोल-डीजल पंपों पर असर कुछ ज्यादा देखा जा रहा है।

सेहत ठीक है आउटर की

ग्रामीण क्षेत्र का भरोसा जरा कम ही है इलेक्ट्रिक वाहनों में। मांग में अभी भी बनी हुईं हैं पेट्रोल चलित वाहनें। दिन भर के कामकाज के बाद वापसी के लिए निकली वाहनें पेट्रोल के लिए आउटर के पेट्रोल पंपों को ही प्राथमिकता देतीं हैं। इसके अलावा लंबी दूरी तय करने वाले वाहन चालक भी पेट्रोल के लिए यहां पहुंचते हैं क्योंकि शहरी क्षेत्र में सुबह और शाम का वक्त यातायात दबाव भरा होता है।

राहत डीजल से

पेट्रोल की बिक्री में 10 फीसदी की गिरावट के बीच डीजल राहत दे रहा है, बढ़ती बिक्री के रूप में क्योंकि डीजल चलित वाहनों की संख्या में लगभग रोज इजाफा हो रहा है। इसके अलावा खेती-किसानी के दिन हैं। इसलिए ट्रैक्टर मालिक डीजल की नियमित खरीदी कर रहे हैं। साथ ही आपातकालीन स्थितियों के लिए भंडारण पर भी ध्यान दिए हुए हैं।