बिलासपुर। क्रैक, लीकेज और सीपेज। यह समस्या दूर करने वाली सामग्री की डिमांड इस बार दोगुनी के करीब पहुंच रही है। इसे देखते हुए निर्माण कंपनियों को संस्थानें दोबारा ऑर्डर दे रहीं हैं।
अनवरत और भारी बारिश ने पहली बार ऐसी सामग्री की मांग डबल कर दी है, जिसकी मदद से छत, दीवार और फर्श की दरार सुरक्षित तरीके से भरी जाती है। यह भी पहली मर्तबा देखा जा रहा है कि आम चलन के अलावा ऐसे ब्रांड की डिमांड भी बढ़ी हुई है जिसकी खरीदी को लेकर ज्यादा रुचि दिखाई नहीं जाती थी।इसलिए डबल डिमांड

इसलिए डबल डिमांड
बारिश के तेवर इस वर्ष कुछ ज्यादा ही तीखे हैं। फिलहाल यह भले ही ठहरी हुई है लेकिन पिछले दिनों हुई बारिश ने छत के रास्ते दीवार और फर्श में प्रवेश कर लिया है। इसे नमी के रूप में देखा जा रहा है, जो दरार की स्थितियों को और भी बढ़ा रही है। बचाव का समय इसलिए है क्योंकि बारिश थमी हुई है। यही वजह है कि डिमांड डबल पर पहुंची हुई है।लिक्विड ज्यादा

लिक्विड ज्यादा
लिक्विड और पाउडर दोनों तरह की सुविधा दी हुई है उत्पादक कंपनियों ने लेकिन डिमांड लिक्विड फॉर्म में ज्यादा है क्योंकि उपयोग करना आसान है। कीमत की बात करें तो 150 से 330 रुपए प्रति लीटर जैसी कीमत में जरूरत के आधार पर खरीदी की जा सकती है। इनमें बड़ी और छोटी कंपनियों के उत्पादन प्रमुख है। विक्रय कर रही संस्थानों का कहना है कि डबल कोट किए जाने से बेहतर परिणाम मिलेंगे।दोबारा ऑर्डर की बन रही संभावना

दोबारा ऑर्डर की बन रही संभावना
क्रैक, लीकेज और सीपेज की जैसी शिकायतें आ रहीं हैं, उसके बाद समस्या दूर करने वाली सामग्रियों की मांग ने होलसेल मार्केट को सतर्क कर दिया है क्योंकि रिटेल काउंटरों से दोबारा मांग पहुंचने की शुरुआत हो चली है। ग्रामीण क्षेत्र से भी मांग इसलिए बढ़ते क्रम पर है क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित हितग्राही भी अग्रिम सुरक्षागत यह उपाय कर रहें हैं।