खुश है तिलकराम, तैयारी शुरू
भाटापारा। आकार लेने लगे हैं विघ्न विनाशक। शुरुआत के पहले दौर में ही जैसा रुझान मिल रहा है, उसने मूर्तिकारों का उत्साह दोगुना कर दिया है।
मूर्तिकार तिलकराम वर्मा इस वर्ष तय समय से करीब एक पखवाड़े पूर्व ही निर्माण का काम शुरू कर चुके हैं। पूछने पर वह बताते हैं कि अब तक 6 बड़ी प्रतिमाओं के आर्डर मिल चुके हैं। छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 350 प्रतिमा निर्माण का लक्ष्य लेकर चल रहे श्री वर्मा को थोड़ी हैरत इसलिए है क्योंकि कच्ची सामग्रियों की कीमत में बढ़ोतरी से कुल कीमत में इजाफा होने के बावजूद स्थापना को लेकर उत्साह बहुत है।पहली बार पैरा

पहली बार पैरा
निर्माण की द्वितीय सामग्री पैरा। पहली बार इसकी कीमत ने रिकॉर्ड छलांग लगाई है। एक साथ 1500 रुपए की बढ़ोतरी के बाद मूर्तिकारों को पैरा की खरीदी 3000 रुपए प्रति ट्रॉली पर करनी पड़ी। यह इसलिए क्योंकि हाथ से काटी गई फसल का पैरा की उपलब्धता तेजी से कम हो रही है। आवश्यकता इसी पैरा की इसलिए क्योंकि मानक लंबाई और कड़ापन इसमें होता है। हार्वेस्टर से काटी गई फसल के पैरा में यह दोनों नहीं मिलते।

2 से 3% वृद्धि इनमें भी
मिट्टी की कीमत में 2% और जरूरी रंग- रोगन 3 फ़ीसदी तेज। इसने भी निर्माण की लागत बढ़ाई हुई है। स्वीकार कर रहे हैं मूर्तिकार यह वृद्धि लेकिन मिट्टी की गुणवत्ता को लेकर जो चिंता बन रही है, उसने क्वालिटी सॉइल जैसे उच्च गुणवत्ता वाली मिट्टी की डिमांड बढ़ा दी है। यही वजह है पैक्ड मिट्टी की खरीदी को लेकर मूर्तिकार ज्यादा रुझान दिखा रहे हैं।समितियां का रुझान बढ़ा रहा उत्साह

समितियां का रुझान बढ़ा रहा उत्साह
तेज बढ़ोतरी के बावजूद समितियां प्रतिमा स्थापना को लेकर जैसा रुझान दिखा रहीं हैं, उससे मूर्तिकारों का हौसला बढ़ा हुआ है। यही वजह है कि 9 फीट जैसी ऊंचाई वाली श्री गणेश प्रतिमाएं आकर ले रहीं हैं। प्रथम चरण की शुरुआत में छोटी और मध्यम ऊंचाई वाली प्रतिमाओं को आकार दिया जा रहा है। दूसरे चरण में ऊंची प्रतिमाएं बनाई जाएंगी।