सतीश अग्रवाल
बिलासपुर। लेदर लीफ फर्न। यह उस हरी पत्ती का नाम है जिसकी हिस्सेदारी फूलों की बराबरी में पहुंच रही है। अब इसका मुकाबला फॉक्सटेल फर्न से होने जा रहा है, जो अपनी मखमली संरचना की वजह से विशेष रूप से पहचाना जाता है।
फूल बाजार में फूल ही नहीं, अब ऐसी पत्तियां भी अहम मानी जा रहीं हैं, जिनकी प्राकृतिक संरचना अपने आप में अनोखी होती है। कुछ पत्तियां अपनी हिस्सेदारी इसलिए बढ़ा रहीं हैं क्योंकि उनमें नमी ज्यादा देर तक बनी रहतीं हैं, जो फूलों को भी लंबे समय तक ताजा रखती है। इनमें 12 ऐसे पौधे एवं झाड़ियां हैं, जिनकी पत्तियां अब फूल बाजार में नजर आ रहीं हैं।

यह 12 शोभाकारी पत्तियां
लेदर लीफ फर्न होती है रेशेदार और गहरे हरे रंग की। इसलिए मांग में सबसे ज्यादा। मुकाबले में सामने है फॉक्सटेल फर्न जिनकी पत्तियां घनी होती हैं। कोडियम की मांग बच्चों के आयोजनों में इसलिए ज्यादा है क्योंकि पत्तियां रंगीन होतीं हैं। आसानी से पहचानी जाती है यूकेलिप्टस की पत्तियां क्योंकि हल्की सुगंध होती है। ट्रेंडी लुक की वजह से बड़े आयोजनों में ड्रासेना की पत्तियां बहुतायत में उपयोग की जा रहीं हैं। शाही लुक के लिए कैलाथिया की पत्तियां और गुलदस्ते में नजर आने वाली आर्किड भी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।

इनमें खूब
ब्राइडल बुके में फॉक्सटेल फर्न, बेबी ब्रेथ और यूकेलिप्टस। गिफ्ट बुके में लेदर लीफ फर्न और ड्रॉसेना। क्रिएटिव डेकोरेशन बुके में मॉन्स्टर, कैलाथिया, कोडियम। टेबल सेंटर पीस के लिए अरालिया, फिलोट्रेशन और पाम की पत्तियां खूब मांगी जा रहीं हैं । यह इसलिए क्योंकि प्राकृतिक संरचना और प्राकृतिक गुण इन पत्तियों में विशेष रूप से होते हैं।व्यावसायिक महत्व

व्यावसायिक महत्व
फ्लोरीकल्चर इंडस्ट्रीज में अब न केवल फूलों की मांग बढ़ रही है बल्कि शोभाकारी पत्तियों की व्यावसायिक खेती और विपणन की स्थितियां बन चुकीं हैं। इससे किसानों को आजीविका का एक और सशक्त साधन मिल रहा है। जरुरत उनकी व्यावसायिक खेती, भंडारण, विपणन और बाजार उपलब्ध करवाने की कोशिश की है जिससे रोजगार के नए द्वार खोलने में मदद जल्द मिलेगी।

समन्वित प्रयास की आवश्यकता
शोभा बढ़ाने वाली पत्तियों की बढ़ती हुई मांग फूलों की खेती (फ्लोरीकल्चर) को एक नया दृष्टिकोण प्रदान कर रही है। इन पत्तियों की व्यावसायिक खेती किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत बन सकती है, पर्यावरण को अधिक हरित बना सकती है और युवाओं को एक नया व्यवसाय आरंभ करने का अवसर दे सकती है। इसके लिए आवश्यक है कि समन्वित प्रयास किए जाएं और तकनीकी सहायता प्रदान की जाए।
अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट (फॉरेस्ट्री), बीटीसी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर