छैयां, भुईयां, दाना, पानी पशुओं की मूलभूत जरूरत

वर्चुअल कार्यशाला में मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार  प्रदीप शर्मा ने गोधन न्याय योजना की जानकारी दी

 राजनांदगांव । गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन एवं मार्गदर्शिका के संबंध में कलेक्टोरेट सभाकक्ष राजनांदगांव में वर्चुअल कार्यशाला हुआ। मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार प्रदीप शर्मा ने गोधन न्याय योजना की विस्तार से जानकारी दी।

    कृषि सलाहकार श्री शर्मा ने कहा कि गौठान, पशुओं के लिए डे-केयर सेंटर है और यह पशुओं के संरक्षण का क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि छैयां, भुईयां, दाना, पानी पशुओं की मूलभूत आवश्यकता है। उनके लिए गौठानों में कोटना, शेड, चबूतरा और चारा एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गौठान रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित होंगे. उन्होंने सभी गौठानों में 5 एकड़ भूमि में चारागाह विकसित करने को कहा ताकि यहां पशुओं को हरा चारा मिल सके। उन्होंने कहा कि गौठानों में आवश्यकता अनुरूप मरम्मत के कार्य तथा गौठान समिति को सक्रिय करने की जरूरत है। गौठानों से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूहों को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें मिनी राईस मिल एवं अन्य आयमूलक गतिविधियों से जोड़े जाने की बात कही। सलाहकार श्री शर्मा ने कार्यशाला के दौरान अधिकारियों के प्रश्नों एवं जिज्ञासाओं का भी समाधान कियाकिया

रोका-छेका के लिए गांव में बनाएं माहौल

 
    कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने अधिकारियों को कार्यशाला में मॉडल गौठान के संबंध में दी गई जानकारी के अनुरूप कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने एक जुलाई से शुरू हो रहे रोका-छेका अभियान के लिए गांवों में वातावरण का निर्माण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौठान में टूट-फूट की मरम्मत व पक्के शेड बनाए जाए तथा गौठान समितियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु उनकी आय का जरिया विकसित किया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ से कहा कि सभी विकासखंडों में 11 तथा राजनांदगांव विकासखंड में 12 मॉडल गौठान चयनित कर प्रथम चरण में एक माह के भीतर 100 गौठानों को आदर्श गौठान के रूप में विकसित करना है। गौठान को मल्टीएक्टीविटी केन्द्र के रूप में विकसित करना है। यह जरूरी है कि महिला स्व-सहायता समूह आत्मनिर्भर बनें इसके लिए उन्हें गौठान में मिनी राईस मिल एवं ऐसे उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दें, जिनकी मार्केट में मांग हो। उन्होंने सभी जनपद सीईओ से कहा कि मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम को नवाचार के माध्यम से लोगों के लिए लाभदायी बनाए।

गोठान को बनाएं मल्टीयूटीलिटी सेंटर

     जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने भी गौठानों को मल्टीयूटीलिटी सेन्टर के रूप में विकसित करने, गौठान समिति को सक्रिय बनाने तथा गौठान की बाउंड्री में इमारती लकड़ी के लिए पौधरोपण करने की बात कही। कार्यशाला में दौरान विशेष सचिव कृषि डॉ. एस भारतीदासन, संचालक कृषि यशवंत कुमार, सहित सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कार्यशाला में शामिल हुए। एसडीएम मुकेश रावटे, उप संचालक कृषि जीएस धु्रर्वे, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबंधक सुनील वर्मा, उप संचालक पशु एवं चिकित्सा सेवाएं डॉ. राजीव देवरस, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।