अरहर की दाल 90 से 105 रुपए किलो
बिलासपुर। धारणा थी तेजी की लेकिन 125 रुपए किलो पर चला जाएगा विष्णुभोग, सोचा नहीं था। आगे भी तेजी का ही अंदेशा इसलिए है क्योंकि मांग के अनुरूप धान की आवक नहीं है। इधर दलहन में अरसे बाद अरहर की दाल 90 से 105 रुपए किलो पर आ गई है।
कामकाज बेहद ठंडा। कीमत में टूट के बावजूद दलहन में कमजोर मांग अब मिलों के नियमित संचालन में रुकावट बन रही है। अलबत्ता अरसे बाद बारीक चावल बनाने वाली ईकाइयों में रौनक देखी जा रही है क्योंकि मांग जोरदार निकली हुई है। इसमें विष्णुभोग ने पहली बार उच्चतम कीमत का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

और टूट की धारणा दलहन में
90 से 105 रुपए किलो। इस भाव पर भी अरहर दाल में संतोषजनक उठाव नहीं है। कमजोर डिमांड को देखते हुए प्रति किलो 1 से 2 रुपए और मंदी की धारणा बनी हुई है। 80 से 85 रुपए किलो पर पहुंचने के बाद चना दाल अब वापसी की राह पर है। नई कीमत 72 रुपए किलो भले ही बोली जा रही हो लेकिन मंदी की धारणा इसमें भी है। सीजन है बड़ी-बिजौरी का लेकिन धूली मूंग दाल 99 रुपए और धूली उड़द दाल 95 से 96 रुपए पर स्थिर है।

बेहद गर्म चावल
125 रुपए किलो। विष्णु भोग चावल में बोली जा रही यह कीमत इससे भी आगे जाने की संभावना है क्योंकि मांग के अनुरूप धान की उपलब्धता ईकाइयों को नहीं है। इसलिए तेजी के बीच खरीदी की मात्रा घटाने की कवायद की जानकारियां मिल रहीं हैं। इधर विष्णुभोग में गर्मी के बाद एचएमटी 48 से 50 रुपए किलो और सियाराम चावल के दाम 60 रुपए किलो पर पहुंच गए हैं। संकेत दीर्घकालीक तेजी के मिलने लगे हैं।

दुविधा में बाजार
बारीक चावल में उबाल, दलहन में ठंडा बाजार। दोनों ही स्थितियां दुविधा में डाली हुईं हैं इसलिए अग्रिम सौदे और भंडारण में बेहद सावधानी बरत रहा है कारोबार क्योंकि छोटी सी भी गलती बड़े नुकसान की वजह बन सकती है, इसलिए धारणा और डिमांड पर गहरी नजर रखी जा रही है।