हर रोज 5000 पाऊच और 4000 बोतल

25 प्रतिशत बढ़त की आस में तैयार हो रहीं पैक्ड ड्रिंकिंग वाटर यूनिटें

बलौदाबाजार। बीते बरस जैसी ही गर्मी चाह रहीं हैं पैक्ड ड्रिंकिंग वॉटर यूनिटें। 25 फ़ीसदी ग्रोथ की आस में न केवल तैयारी चालू हो चुकी है बल्कि आपूर्ति लाइन को भी चुस्त किया जा रहा है। आगत सीजन में मुकाबला बेहद कड़ा होने की संभावना जताई जा रही है।

पानी पाउच इस बार भी अपने सभी समकक्षों से आगे ही रहेगा क्योंकि आसान क्रय शक्ति की वजह से पानी बाजार के लगभग 60 फीसदी  पर कब्जा बरकरार है। यह कब्जा इस बार इसलिए विस्तार ले सकता है क्योंकि खरीदी में पहली प्राथमिकता इसे ही दी जा रही है। अलबत्ता जार दूसरे नंबर पर आ चुका है। सबसे आगे रहने वाला बोतल अब सबसे पीछे देखा जा रहा है।

पाउच सबसे आगे

ऑफ सीजन में प्रतिदिन 5000 पाउच के साथ सबसे आगे है पानी पाउच, बिक्री में। सीजन में यह लगभग दोगुनी हो जाने की संभावना है। यह इसलिए क्योंकि पानी बाजार में सर्वाधिक मांग इसकी ही रहती है। डबल की धारणा इसलिए भी बन रही है क्योंकि क्रयशक्ति के भीतर ही है प्रति पाउच की कीमत। यही वजह है कि अपने समकक्ष उत्पादनों को इसने पीछे छोड़ा हुआ है।

दूसरे और तीसरे नंबर पर यह

प्रतिदिन 3000 से 4000 की संख्या में बिकने वाले बोतल बंद पानी में भी 25 फ़ीसदी ग्रोथ की संभावना बन रही है क्योंकि यात्रा और छोटे व मध्यम आयोजन में इनका होना जरूरी हो चला है। सेहत जार की भी सुधरने की उम्मीद है क्योंकि कार्यालयों और संस्थानों में इसका होना अनिवार्य हो चुका है। ऐसे में हर रोज 2000 की मांग वाला आंकड़ा 2500 तक पहुंचने की संभावना के साथ तैयारी कर रहीं हैं यूनिटें।

होगा कड़ा मुकाबला

जिले में छोटी-बड़ी मिलाकर लगभग 16 इकाइयां संचालन में हैं। बाजार और मांग के अनुपात में यह संख्या ज्यादा मानी जा रही है। ऐसे में प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी होने की संभावना है। इसलिए ईकाइयां सप्लाई लाइन और ऑर्डर मिलते ही आपूर्ति करने की व्यवस्था  चुस्त बना रहीं हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की दुकानों से भी संपर्क बढ़ाने जैसी कवायद कर रहीं हैं यूनिटें।