प्रसाद में तूफानी तेजी
बिलासपुर। मिलावट संभव नहीं। इस एक अहम गुण ने नारियल की न केवल पूछ-परख बढ़ा दी है बल्कि कीमत में भी एक साथ रिकॉर्ड 10 रुपए की तेजी ला दी है। अचानक आई तेजी से सबसे ज्यादा हलाकान छोटी दुकानें हो रहीं हैं, जिन्हें उपभोक्ता से खरी- खोटी सुननी पड़ रही है।
प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर जो सवाल देश स्तर पर उठ रहे हैं, उसके बाद अचानक नारियल, मिश्री और इलायची दाना व बताशा की मांग में हैरत में डालने वाली वृद्धि देखी जा रही है। एकाएक बढ़ी मांग के बाद अब कीमत भी लगभग हर रोज बढ़ रही है। इनमें नारियल संभवत: इकलौती ऐसी सामग्री है, जिसकी कीमत लगभग दोगुनी बोली जा रही है।

रोज किचकिच
नारियल सूखा 28 से 35 रुपए। नारियल कच्चा 25 से 32 रुपए प्रति नग। एकाएक आई यह तेजी सबसे ज्यादा रिटेल काउंटरों को परेशान कर रही है क्योंकि नई कीमत को उपभोक्ता स्वीकार नहीं कर रहा है। होलसेल का हवाला भी नहीं माना जा रहा है। नाराज उपभोक्ताओं का जवाब- नवरात्रि और दीपावली है ना, इसलिए…! विवशता में खरी-खोटी सुन रहीं हैं छोटी दुकानें।

मुस्कुराया मिश्री
सामान्य ही रहती थी पर्व के दिनों में मिश्री की खरीदी लेकिन उपभोक्ता मांग इसमें भी निकल पड़ी है। फलस्वरुप मिश्री दाना 50 से 80 रुपए किलो और मिश्री धागा ने 100 से 180 रुपए किलो जैसी उच्च कीमत अपने नाम कर ली है। तेजी की धारणा को इसलिए भी बल मिल रहा है क्योंकि प्रसाद के लिए छोटी दुकानें और उपभोक्ताओं की मांग बढ़त लिए हुए है।

अपेक्षित मांग नहीं इलायची दाना में
मंदिर देवालयों से वैसे तो इलायची दाना में मांग रहती है लेकिन नवरात्रि पर्व विशेष माना जाता है। छोटी दुकानें खरीदी कर तो रहीं हैं लेकिन अपेक्षित मात्रा में नहीं। ऐसे में मंगलवार और शनिवार से ही भरपाई की कोशिश बाजार कर रहा है लेकिन इसमें भी कमी महसूस की जा रही क्योंकि यह भी वृद्धि के बाद 50 से 100 रुपए किलो जैसी कीमत पर पहुंच चुका है।