अंजीर और खजूर भी गर्म


बिलासपुर। न्यूनतम 1500 रुपए और अधिकतम 2000 रु किलो। पिस्ता में बोली जा रही यह  कीमत और भी आगे जाने की संभावना है क्योंकि सीजन की मांग चालू हो चुकी है, तो स्थानीय फसल लगभग शून्य है।

सीजन के पहले दौर में ही पिस्ता, अंजीर और खजूर ने जो कीमत अपने नाम कर ली है, उससे स्वीट कॉर्नर और पैक्ड मेवा विक्रय करने वाली संस्थानें हैरत में हैं। यह हैरत, आश्चर्य में बदलने की पूरी संभावना बन रही है क्योंकि स्थानीय उपलब्धता को कमजोर देखते हुए इन तीनों का आयात किया जाना चालू हो चुका है।

ऑल टाइम हाई

वैसे तो पिस्ता हमेशा से ही महंगा रहता आया है लेकिन प्लेन पिस्ता 1500 से 2000 रुपए किलो और नमकीन पिस्ता ने 900 से 1200 रुपए किलो की जो कीमत अपने नाम की हुई है, उसने मेवा कारोबार को आश्चर्यचकित कर दिया है। सबसे ज्यादा परेशान वह कंपनियां हैं, जो सूखे मेवे का गिफ्ट पैक बनातीं हैं। परेशानी इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि मेवा बाजार इस तेजी को दीर्घकाल तक बने रहने की धारणा व्यक्त कर रहा है।

यह तीन खूब

स्मॉल 600 से 700 रुपए। मीडियम 750 से 900 रुपए और लार्ज 950 से 1400 रुपए किलो। अंजीर की यह तीनों किस्म भी तेजी की राह पर चल पड़ी हैं। स्थानीय फसल शून्य, लिहाजा अंजीर भी आयात कर रहा है अपना देश। तेजी की धारणा इसलिए भी बनने लगी है क्योंकि पर्व और त्योहार की खरीदी चालू हो चुकी है, तो शीतकालीन मांग के लिए अग्रिम खरीदी का दौर भी चल रहा है।

ब्लैक 500 रुपए किलो

खजूर रेड 120 से 180 रुपए किलो। सामान्य मानी जा रही है यह कीमत लेकिन खजूर ब्लैक पहली बार 220 से 500 रुपए किलो की कीमत के साथ यह संकेत दे रहा है कि अवसर है अभी खरीदी का, बाद में इसमें भी ऊंची कीमत देनी पड़ेगी क्योंकि अब यह भी आयात किया जाने लगा है। धारणा रेड में 140 से 200 रुपए और ब्लैक में 250 से 550 रुपए किलो तक जाने की बनी हुई है।