नग पीछे 2 रुपए की आंशिक वृद्धि
बिलासपुर। भंडारण पूरा। अब बारी है खुदरा बाजार की मांग की। कीमत में आंशिक बढ़ोतरी के बावजूद इस वर्ष नारियल में बेहतर कारोबार की आस है क्योंकि छोटी दुकानों की संख्या बढ़ने के आसार हैं।
नारियल की फसल इस बार बीते साल की तुलना में बेहतर बताई जा रही है। ऐसे में कीमत जो बोली जा रही है उसे क्रय शक्ति के भीतर ही माना जा रहा है, लिहाजा होलसेल मार्केट ने जमकर खरीदी और भंडारण किया हुआ है। अंतिम काम पूरा कर लिए जाने के बाद अब होलसेल को रिटेल डिमांड की प्रतीक्षा है। जिसके अगले सप्ताह निकालने की संभावना है।
श्री गणेश इससे
7 सितंबर से श्री गणेश उत्सव। बाद के दिनों में नवरात्रि और दीपावली। इस बीच मंगलवार और शनिवार को नियम से निकलने वाली खरीदी। यह अवसर नारियल की मांग वाले माने जाते हैं। नारियल बाजार की अगस्त से शुरू हुई मांग के लिए तैयारी अब लगभग पूरी हो चली है। ग्रेडिंग के बाद तय संख्या में पैकिंग के बाद भंडारण का काम अंतिम दौर में है।
संपर्क रिटेल काउंटरों से
ग्रेडिंग और भंडारण का काम पूरा कर लेने के बाद होलसेल काउंटर, अपना संपर्क रिटेल काउंटरों से बढ़ाने में लगे हुए हैं। रिटेल मार्केट को ग्रामीण क्षेत्र से संपर्क बढ़ाने की सुझाव भी दिए जा रहे हैं ताकि दूर- दराज तक आसानी से पहुंच बनाई जा सके। खरीदी के लिए प्रोत्साहित भी किए जाने की खबर आ रही है।
हुई आंशिक वृद्धि
होलसेल मार्केट में इस वक्त सूखा नारियल 15,16,17 और 18 रुपए प्रति नग बोला जा रहा है। संस्थानें अपनी क्रयशक्ति के मुताबिक खरीदी कर रहीं हैं। चिल्हर में बिक्री 20 रुपए तक में की जा रही है। जबकि कच्चा नारियल में थोक में सौदे 13 से 16 रुपए प्रति नग में किए जाने की खबर है। खुदरा बाजार दूरी के हिसाब से कीमत तय कर रहा है।
यह हैं प्रमुख क्षेत्र
प्रदेश में अंबिकापुर की महामाया, रतनपुर की महामाया, सारंगढ़ की समलेश्वरी, सिंगारपुर की मावली,तरेंगा में महामाई, डोंगरगढ़ की बमलेश्वरी और दंतेवाड़ा की दंतेश्वरी मंदिर ऐसे देवी स्थल हैं, जहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। यहां लगने वाली छोटी दुकानें नारियल बिक्री के बड़े केंद्र हैं। इसलिए नारियल बाजार इस ओर भी गंभीरता से ध्यान दे रहा है।