ओल्ड जूट बैग मार्केट की तैयारी पूरी
भाटापारा। प्रतीक्षा की घड़ियां सितंबर अंत में खत्म होने की संभावना है। इस बीच ओल्ड जूट बैग मार्केट ने संभावित मांग को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी पूरी कर ली है। कीमत भले ही 1300 से 1400 रुपए प्रति सैकड़ा बोली जा रही हो लेकिन उछाल की धारणा बनती नजर आ रही है।
बेहतर रहा बीता खरीफ सत्र। संतोषजनक रही रबी सत्र की मांग। विलंब से आए मानसून के बाद अब जैसी स्थिति फसल को लेकर बन रही है, उससे बारदाना की खरीदी में 10 से 15% वृद्धि की उम्मीद है। इसी तरह उत्तर प्रदेश से भी बेहतर मांग निकलने की संभावना है क्योंकि आलू, प्याज और लहसुन की फसल के संतोषजनक होने की खबर आ रही है।
सितंबर अंत से शुरू
शीघ्र तैयार होने वाली प्रजातियों की बोनी बड़े रकबे में। लिहाजा किसानों की तैयारियां अगले माह के अंतिम सप्ताह से शुरू होने की प्रबल संभावना है। स्टॉकिस्ट भी इन्हीं दिनों में सक्रिय होते हैं। इसलिए इन दोनों क्षेत्रों से पुराने बारदानों में खरीदी शुरू होने की संभावना है। हल्की पूछताछ से रुझान बेहतर होने के आसार हैं। बाद का महीना यानी अक्टूबर और नवंबर, पुराने बारदानों के लिए हमेशा से शीर्ष पर रहता आया है।
ध्यान उत्तर प्रदेश पर भी
पुराने बारदानों के अंतर प्रांतीय कारोबार के लिए अब शहर पहचान बना चुका है। उत्तर प्रदेश के आलू-प्याज उत्पादक किसान बड़ी मात्रा में पुराने बारदानें की खरीदी करते हैं। इनकी मांग अक्टूबर-नवंबर में निकलती है। इसलिए बारदाना बाजार इस पर भी नजर रखे हुए है। यही वजह है कि इस बरस ओल्ड जूट बैग मार्केट 10 से 15% वृद्धि की आस लगाए हुए है।
फिलहाल ऐसा है
पुराना बारदाना इस समय 1300 से 1400 रुपए सैकड़ा पर स्थिर है। मांग भले ही ठहरी हुई हो लेकिन तेजी की धारणा बनती नजर आने लगी है। खरीदी का पहला दौर 1500 से 1700 रुपए सैकड़ा पर शुरू होने के आसार हैं। अधिकतम भाव 2000 रुपए सैकड़ा बोले जाने की संभावना लेकर चल रहा है पुराना बारदाना बाजार।