अपनी तरह का अनोखा मामला
बलौदा बाजार। पाठ्य पुस्तकों की एमआरपी में छेड़छाड़ किया जाना आखिरकार प्रमाणित हो गया। अपनी तरह के इस पहले मामले में संबंधित प्रकाशन कंपनियों और बुक डिपो संचालक को नोटिस देते हुए तय समय के भीतर जवाब देने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
एमआरपी से ज्यादा कीमत पर सामग्री बेचने की शिकायतें खाद्य सामग्री एवं सौंदर्य प्रसाधन सामग्री में खूब मिलती रही है। इलेक्ट्रॉनिक बिजनेस में भी कार्रवाई की गई है लेकिन पहला मामला है, जब पाठ्य पुस्तकों की अधिकतम खुदरा विक्रय मूल्य में न केवल शिकायत मिली बल्कि जांच में छेड़छाड़ किया जाना प्रमाणित भी हुआ है।
ऐसे पहुंची शिकायत
अखबारों में अरसे से इस तरह की हरकतों की खबरें आ रहीं थी। व्हाट्सएप में भी ऐसा किए जाने की शिकायतें आने लगी थीं। गंभीर था यह मामला, इसलिए जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने संज्ञान में लेते हुए फौरी जांच शुरू की। इसमें एक संस्थान की कारोबारी गतिविधियां संदिग्ध लगी। जांच का दायरा बढ़ाया गया। जिसमें शिकायत सही मिली।
प्रमाणित हुई एमआरपी के साथ छेड़छाड़
फौरी जांच में शिकायत सही मिलने के बाद जिला विधिक माफ विज्ञान विभाग ने सुनील बुक डिपो में छापा मारा। सघन जांच में स्कूल की किताबों में एमआरपी के साथ छेड़छाड़ किया जाना प्रमाणित हो गया। इसलिए प्रकाशन कंपनी ऐरो पब्लिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद और हार्पर कॉलिंस पब्लिशर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम तथा सुनील बुक डिपो बलौदा बाजार के विरुद्ध विधिक माप विज्ञान अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए किताबें जब्त कर ली गई हैं और नोटिस जारी करते हुए तय समय में जवाब पेश करने का आदेश दिया गया है।
अपनी तरह का पहला मामला
स्कूली किताबों की अधिकतम खुदरा विक्रय मूल्य के साथ छेड़छाड़ का यह ऐसा पहला मामला है, जो अब तक ना देखा गया है, ना सुना गया। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने जांच के दौरान संस्थान में बेची जा रही कॉपियों के पन्ने भी गिने। जांच की कार्रवाई के दौरान संस्थान संचालक और कर्मचारियों के चेहरों पर भय झलकता रहा।
बुक शॉप में जांच के दौरान प्रथम दृष्टया में विधिक माप विज्ञान अधिनियम की धाराओं के उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई किया गया है ।
-दामोदर वर्मा, निरीक्षक, विधिक माप विज्ञान (नापतौल), बलौदा बाजार