कृषि महाविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
बिलासपुर । स्वामी विवेकानंद के दर्शन, सिद्धांत, विचार युवा तथा शक्तिदायक थे। जीवन में संघर्ष करने की शक्ति उनके विचारों से ही आती है। युवा वही है जिसमें उत्साह हो, नया कुछ करने की धमक हो। भविष्य में भारत कैसा हो इसके लिए अतीत एवं वर्तमान का ज्ञान होना चाहिए। तभी हम विकसित भारत की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं। यह बात मुख्य अतिथि स्वामी सेवाव्रतानंद, सचिव, रामकृष्ण मिशन, बिलासपुर ने कही।
बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर तथा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, लोरमी-मुंगेली के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद की 161 वीं जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई गई । राष्ट्रीय युवा दिवस का थीम “सब कुछ आपके दिमाग में है।” रखा गया है। मुख्य अतिथि सेवाव्रतानंद ने कहा आज के युवा अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। पश्चिमी संस्कृति को ग्रहण कर हम पतन की ओर जा रहे हैं। भारत को जानना है तो स्वामी विवेकानंद को जानना होगा। युवावस्था जीवन काल की सबसे महत्वपूर्ण अवस्था है। इस अवस्था में ऐसे वातावरण में रहना चाहिए जहां ना केवल मानसिक और शारीरिक विकास हो बल्कि वह वातावरण उनका सांसारिक विकास कर उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर सके। स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र का चिंतन मनन कर जीवन में आत्मसात करें।

अधिष्ठाता डॉ. आर.के.एस. तिवारी ने कहा स्वामी विवेकानंद महान दार्शनिक के साथ उत्कृष्ट शिक्षाविद् थे। उनके विचारों को आत्मसात कर कर्म प्रधान मार्ग पर ही चलना होगा। सार्थक जीवन जीने के लिए विभिन्न आयामों जैसे शारीरिक, सामाजिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास पर ध्यान देना होगा। कृषि महाविद्यालय ना सिर्फ शिक्षक, अनुसंधान तथा विस्तार का कार्य कर रहा है अपितु विद्यार्थियों का बौद्धिक एवं व्यक्तित्व विकास भी कर रहा है।
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी अजीत विलियम्स ने कहा जीवन में कोई भी कार्य असंभव नहीं है l युवा चाहे तो आसमान की ऊंचाइयों को भी छू सकते हैं। बस आवश्यकता इस बात की है कि उन्हें अर्जुन की भांति अपने लक्ष्य को भेदने की है, तभी सफलता आपको प्राप्त होगी ।

छात्र-छात्राओं के लिए “21वीं सदी में युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद की प्रासंगिकता” विषय पर भाषण, “विकसित भारत लक्ष्य 2047” विषय पर रंगोली व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
भाषण प्रतियोगिता में ज्योतिषमन शर्मा ने प्रथम, मानसी चंद्राकर द्वितीय व मिताली जैन ने तीसरे स्थान पर रहीं । साक्षी वर्मा ने प्रथम, शांति साव ने द्वितीय व अन्नपूर्णा नेताम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

चित्रकला प्रतियोगिता में बिलासपुर की शुभांगी तिवारी प्रथम, आयुषी बशर द्वितीय व प्राची गौर तृतीय रहीं । लोरमी की शांति साहू प्रथम, अन्नपूर्णा नेताम द्वितीय व आकृति केसरवानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में बिलासपुर की पूजा कोठारी प्रथम, मीता बेहरा द्वितीय व यामिनी देवांगन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। रक्तदान जागरूकता के लिए डॉ. मृत्युंजय श्रॉफ, एमडी पैथोलॉजी ने छात्र-छात्राओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना अजीत विलियम्स व आभार अर्चना केरकेट्टा ने व्यक्त किया । आयोजन में डॉ. एन. के. चौरे, टी.डी पांडे, आर.के.शुक्ला, ए. के. अवस्थी, आर.के.एस. तोमर, गीत शर्मा, यशपाल सिंह निराला, पुष्पालता तिर्की का सहयोग रहा।