कड़ा मुकाबला छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बीच
बिलासपुर । और तेज होगा महुआ। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच चल रहा कड़ा मुकाबला साफ संकेत दे रहा है, आने वाली तेजी का। गुणवत्ता में पड़ोस की फसल भारी पड़ने के बाद फिलहाल खरीदी में इसे ही प्राथमिकता मिल रही है।
महुआ का बाजार जैसी बढ़त ले रहा है, उसका सीधा फायदा मध्य प्रदेश को मिल रहा है। दूसरे स्थान पर चल रहे छत्तीसगढ़ को यह लाभ तब होगा, जब पड़ोस की फसल खत्म हो चुकी होगी और मांग चरम पर होगी। इसलिए प्रतीक्षा की जा रही है, आने वाले अच्छे दिन की।

बेहद कड़ा मुकाबला
हमेशा से छत्तीसगढ़ का मुख्य प्रतिद्वंदी रहा है मध्य प्रदेश। इस बार यह मुकाबला इसलिए बेहद कड़ा जान पड़ता है क्योंकि सीजन शुरू होने के दौरान ही बारिश हुई जबकि मध्य प्रदेश में मौसम सामान्य था। इससे फूलों की गुणवत्ता बनी रही। इसका लाभ भी उसे मिल रहा है, खरीदी में दी जाती प्राथमिकता के रूप में।

खरीदी इस अंतर के साथ
छत्तीसगढ़ 3200 से 3300 रुपए और मध्यप्रदेश 3400 से 3500 रुपए क्विंटल। गुणवत्ता के लिहाज से दोनों राज्यों के लिए तय की गई कीमत, यह साफ बता रही है कि मुकाबला आगत दिनों में भी बना रहेगा। यह इसलिए क्योंकि मध्यप्रदेश का महुआ सूखने के बाद भी भूरा है, जिसकी वजह से मांग में बना हुआ है जबकि छत्तीसगढ़ की फसल सूखने के बाद लाल हो चुकी है।

धारणा और तेजी की
3200 से 3500 रुपए क्विंटल पर चल रहा महुआ बाजार, भरपूर मांग के दिनों में 4000 रुपए क्विंटल तक जाने की धारणा लेकर चल रहा है क्योंकि मांग के अनुरूप आपूर्ति करने की क्षमता फिलहाल छत्तीसगढ़ में ही है। इस समय अपने प्रदेश में महुआ का अनुमानित भंडारण लगभग 50 हजार टन के आसपास बताया जा रहा है।

तेजी तय है
महुआ में जैसी कीमत चल रही है, उसमें तेजी के आसार बने हुए हैं। फिलहाल मांग और आपूर्ति पर नजर है।
– सुभाष अग्रवाल, एस पी इंडस्ट्रीज, रायपुर