सघन जांच की तैयारी



बलौदा बाजार। सेनेटरी आइटम बेचने वाली संस्थानें कृपया ध्यान दें। पैकिंग में आने वाली सामग्री के पैक में एम आर पी स्टीकर को छिपाने की कोशिश महंगी पड़ेगी। अपना स्टीकर भी नहीं लगा सकेंगे। जिला विधिक माप विज्ञान केंद्र ने जिले में जांच अभियान की तैयारी चालू कर दी है।

पैकिंग में आने वाली सामग्रियों के पैक में अपना एम आर पी स्टीकर लगाकर सामान बेचने की शिकायतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। शिकायतों की सूची में पहली बार सेनेटरी दुकानों का भी नाम सामने आ रहा है। अपने स्तर पर प्रारंभिक जांच में जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने ऐसी शिकायतों को सही पाया है। इसलिए सघन जांच की योजना तैयार की जा रही है।

नियमों का पालन नहीं

नल की टोंटियां, जोड़ में लगाया जाने वाला गम, सफेदा। यह कुछ ऐसी सामग्रियां हैं जिनका उपयोग भवन निर्माण के दौरान अनिवार्य होता है। पैकिंग में आने वाली यह सभी सामग्रियां उपभोक्ताओं तक बिना पैकिंग के पहुंच रही हैं। मतलब साफ है कि संस्थानें अधिकतम खुदरा विक्रय मूल्य के लिए बने नियमों का पालन नहीं कर रहीं हैं।

इसमें सबसे ज्यादा

जिला विधिक माप विज्ञान केंद्र ने शिकायतों की जांच अपने स्तर पर की, तब सभी शिकायतें सही मिली। सबसे ज्यादा शिकायत टाइल्स की दरों को लेकर आ रही है। उपभोक्ता को पसंद के लिए दिखाए जाने के दौरान खुले में रखी टाइल्स दिखाई जा रही है। नियमानुसार पैकिंग में यह काम किया जाना है। इसी तरह नल की टोंटियों की बिक्री खुले में की जा रही है। जबकि यह भी पैकिंग में आते हैं।

यहां कड़ी नजर

बिजली का सामान बेचने वाली संस्थानों की भी शिकायत पहुंच रही है। वायर बेचने के लिए सही माप उपकरण अनिवार्य है लेकिन दुकानें अपने टेबल को नाप कर वायर का विक्रय कर रहीं हैं। विभाग ने इसे उपभोक्ता हितों के खिलाफ माना है। इस तरह सघन जांच की योजना में बिजली दुकानें भी नजर में होंगी।

होगी कड़ी कार्रवाई

सेनेटरी सामान बेचने वाली संस्थानों की शिकायतें जिस तरह बढ़ रही हैं, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में सघन जांच की योजना है। रही बात बिजली दुकानों की, तो इनके खिलाफ विधिक सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
– दामोदर वर्मा,निरीक्षक, जिला विधिक माप विज्ञान केंद्र, बलौदा बाजार