तीनों स्तर पर रिकॉर्ड टूट
भाटापारा। सरकार देगी बारदाना। इस संकेत ने बारदाना बाजार की धड़कनें बढ़ा दी हैं। असर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुराना बारदाना की कीमत, रिकॉर्ड निम्न स्तर पर आ चुकी है। अंदेशा आगे भी टूट के बनते नजर आ रहे हैं। रही बात नया बारदाना की, तो इसमें ग्राहकी शून्य पर आ चुकी है।
ओल्ड जूट बैग मार्केट की सांसे अटकी हुई है क्योंकि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए जरूरी बारदाना की आपूर्ति सरकार द्वारा ही किए जाने की खबर आ रही है। बीते बरस चौतरफा मांग का दबाव झेल चुके बारदाना बाजार ने इस बार व्यापक तैयारियां की हुई हैं लेकिन इस तैयारी पर लागू होने वाला संभावित फैसला संकट की बड़ी वजह बन सकता है। पहला असर कीमत में हल्की टूट के रूप में दिखाई देने लगा है।

यहां से भी मांग नहीं
ओल्ड जूट बैग के लिए शहर की पहचान उत्तर प्रदेश तक है। आलू उत्पादक किसानों की मांग बड़ा सहारा बनती आई है लेकिन प्लास्टिक के नेट बैग के चलन के बाद अब यह राज्य भी तेजी से हाथ से निकल रहा है। ऐसे में धान खरीदी का सीजन मजबूत साथ देता लेकिन यह भी छूट रहा है क्योंकि संकेत सरकारी आपूर्ति के ही मिल रहें हैं।
ऐसी है तैयारी
मानसून की मेहरबानी को देखते हुए ओल्ड जूट बैग मार्केट ने जैसी तैयारी की हुई है उसके मुताबिक लगभग 50 लाख पुराने बारदाने का स्टॉक का अनुमान है। इसके अलावा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के पास भी पुराने बारदाने का बंपर स्टॉक है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मांग के दिनों में स्थिति कैसी होगी ?

टूट रहा बाजार
होलसेल मार्केट से मिली जानकारी के अनुसार 40 किलो वजन क्षमता वाला सिंगल यूज़ बारदाना दो रुपए टूट के बाद 21 रुपए प्रति नग पर आ गया है। दो बार उपयोग किया जा चुका बारदाना में भी भाव 2 रुपए की टूट के बाद 18 रुपए प्रति नग बोला जा रहा है। तीन बार उपयोग किया जा चुका बारदाना महज 16 रुपए प्रति नग पर बेचा जा रहा है।