बेलपत्र, शमी और कनेर के फूलों के लिए एडवांस सौदे

भाटापारा। 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास में किए जाने वाले व्रत एवं अनुष्ठान विशेष लाभ देने वाले होंगे। जैसे योग बन रहे हैं,उसमें श्रद्धा एवं भक्ति भाव से की गई पूजा-अर्चना का विशेष महत्व होगा।

अगले माह के मध्य से शुरू हो रहे श्रावण मास के लिए शिवालयों में विशेष पूजा-अराधना की तैयारियां चालू होने लगीं हैं। फूल विक्रेताओं ने उत्पादक क्षेत्रों से फूलों और बिल्वपत्र की न केवल जानकारियां लेनी चालू कर दी हैं बल्कि अपने करीब के गांवों से संपर्क बनाना चालू कर दिया है ताकि भक्तों की मांग फौरन पूरी की जा सके।

बन रहे विशेष योग

श्रावण मास 14 जुलाई से शुरू हो रहा है। यह 12 अगस्त तक चलेगा। इस अवधि में किया जाने वाला व्रत, अनुष्ठान, पूजा और अराधना विशेष फलदायी होगा। चन्द्रमा, मकर राशि में गोचर करेगा, इसलिए सच्चे मन और पूर्ण भक्ति-भाव से की गई पूजा का विशेष लाभ मिलेगा। विश्व कुंभ और प्रीति योग भी इस दौरान बन रहे हैं।

यहां चालू हुई तैयारियां

श्रावण के महिने में पूजा और ध्यान का विशेष महत्व रहता आया है। इसलिए मंदिर, देवालय के अलावा शिवालयों में भी तैयारियां चालू हो चुकी है।फूल बाजार ने बिल्वपत्र, शमी की पत्तियों की उपलब्धता की खोज-खबर लेनी चालू कर दी है। साथ ही इस दौरान फूलों में खास कनेर के फूल के लिए भी एडवांस सौदे किए जाने की खबर है।

इतने सावन सोमवार

पंचाग के अनुसार इस बरस चार सावन सोमवार होंगे। पहला सोमवार 18 जुलाई, दूसरा 25 जुलाई, तीसरा 1 अगस्त और चौथा व अंतिम सावन सोमवार 8 अगस्त को होगा। बतातें चलें कि देश के उत्तर और दक्षिण मध्य के हिस्से में सावन और सोमवार की तिथियां अलग-अलग होती हैं।