फूड ग्रेड की कीमत 3300 रुपए क्विंटल
समर्थन मूल्य पर 2000 क्विंटल खरीदी का लक्ष्य
गरियाबंद जिले को होगा सर्वाधिक लाभ
बिलासपुर। इस बरस गरियाबंद, मैनपुर और छुरा के फूड ग्रेड महुआ संग्राहकों की कमाई बढ़ने जा रही है क्योंकि संग्रहित महुआ की खरीदी 3300 रुपए क्विंटल की दर पर की जाएगी। यह लाभ सरगुजा और रायगढ़ के संग्राहकों को भी होगा क्योंकि यहां के महुआ में भी ऐसे गुणों का होना पाया गया है।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ ने फूड ग्रेड महुआ का समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। 33 रुपए प्रति किलो की दर पर होने वाली खरीदी से ना केवल संग्रहण करने वाले ग्रामीणों को लाभ होगा बल्कि इसके पेड़ों के संवर्धन और संरक्षण में भी मदद मिलेगी। बताते चलें कि औषधीय गुणों के खुलासे के बाद, इसका उपयोग दवा निर्माता कंपनियां औषधि बनाने में कर रहीं हैं, तो चॉकलेट और जैम, जैली बनाने वाली इकाइयां भी इसकी खरीदी को लेकर रुझान दिखा रही हैं।
समर्थन मूल्य और लक्ष्य
राज्य लघु वनोपज संघ ने इस साल प्रदेश में 2000 क्विंटल फूड ग्रेड महुआ की खरीदी का लक्ष्य रखा है। 33 रुपए किलो की दर पर की जाने वाली खरीदी के पहले इस ग्रेड के महुआ के संग्रहण के तरीके का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसमें आधुनिक तकनीक और तरीके की जानकारी दी जाएगी। यह इसलिए ताकि फूड ग्रेड के महुआ की गुणवत्ता के जरूरी मानक को पूरा किया जा सके।
इस क्षेत्र को सर्वाधिक लाभ
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले का छुरा और मैनपुर के वनांचल में मिलने वाला महुआ अपने ग्रामीणों को सबसे ज्यादा लाभ पहुंचाएगा। इसके बाद पड़ोसी मध्य प्रदेश के शहडोल जिले को होगा। तीसरे और चौथे स्थान पर सरगुजा और रायगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र हैं, जहां भी भरपूर मात्रा में संग्रहण होता रहा है।
मिले यह औषधीय तत्व
महुआ के फूल को प्रोटीन का बेहतर साधन माना गया है। इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और पोटेशियम के तत्व मिले हैं। विटामिन सी और नियासिन की मात्रा भी अच्छी खासी होती है। फलों में कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस और आयरन के होने की जानकारी सामने आई है। इसकी मदद से मांसपेशियों की कार्य क्षमता बनाए रखने में मदद मिलती है। बीज में मिलने वाले तत्वों की वजह से इसका तेल, खाद्य तेल के रूप में उपयोग किया जाता है लेकिन सेवन से पहले सावधानी आवश्यक है। इसके अलावा सूखे बीज से निकाला जाने वाले आटा से जैम, जेली, चॉकलेट भी बनाए जाते हैं और बिस्किट तथा केक भी बनते हैं।
गरियाबंद की फसल बेहतर
सरकार की इस पहल से गरियाबंद और शहडोल जिले के संग्राहको को अच्छा लाभ होगा क्योंकि यहां का महुआ गुणों से परिपूर्ण है।सुभाष अग्रवाल,संचालक, एसपी इंडस्ट्रीज, रायपुर
सुभाष अग्रवाल,संचालक, एसपी इंडस्ट्रीज, रायपुर
चिकित्सकीय सलाह अनिवार्य
महुआ के फूल, फल और बीज के सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह का लेना अनिवार्य है क्योंकि इसमें ऐसे तत्व भी होते हैं जो सेहत के लिए नुकसान की वजह बन सकते हैं।
- डॉ अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट, फॉरेस्ट्री, टीसीबी कॉलेज ऑफ एग्री एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर