स्वीट कॉर्नरों की मांग खोवा में कम, मेवा में ज्यादा
बिलासपुर। मिठाई कारोबारियों की मांग से मेवा बाजार हैरत में है क्योंकि स्वीट कॉर्नरों की मांग मेवा में बढ़ने लगी है। शायद यह पहला मौका होगा जब खोवा या छेने की बजाय, मेवे की मिठाइयों की खपत और मांग बढ़त ले रही है। इधर नई फसल की आवक से मेवा में स्थिरता का रुख बनने लगा है।
दीपावली का त्यौहार हर कारोबार के लिए बेहतर माना जाता रहा है। बीते 18 महीनों के कोरोना महामारी के दौर के बाद, अब सामान्य जनजीवन तेजी से पटरी पर लौट रहा है, तो कारोबार के लिहाज से यह वातावरण बेहतर माना जा रहा है, इसलिए अनलॉक हो चुके बाजार में अब दीपावली की तैयारियों की मांग पहुंचने लगी है। ऐसे ही व्यापार में से एक, मिठाई और मेवा बाजार भी, निकल रही मांग से उत्साह में है।
खोवा आउट मेवा इन
कोरोना संक्रमण के दौर में सेहत को लेकर सावधानी और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की लगातार कार्रवाई ने मिठाई बाजार से खोवा को लगभग बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कभी 100 फ़ीसदी कब्जा रखने वाले खोवा की हिस्सेदारी, मिठाई बाजार में तेजी से सिमटती दिखाई देती है। अनुपात में मेवा का हिस्सा बढ़त ले रहा है। आज यह 75 फ़ीसदी हिस्सा, अपने नाम पर कर चुका है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि बहुत जल्द यह पूरे क्षेत्र में अपनी पैठ बना सकता है।
निकली जोरदार मांग
खोवा और छेने की मिठाइयों में मिलावट और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की लगातार सक्रियता के बाद उपभोक्ताओं ने इससे बनी मिठाइयों की खरीदी से तेजी से दूरी बनाना चालू कर दी है और मांग की दिशा, मेवा से बनी मिठाइयों की ओर बदल दी है। इससे मेवा की मांग बढ़ चली है। इसमें भी काजू, अंजीर, पिस्ता और खजूर की मिठाइयों की मांग सबसे ज्यादा है। मेवा कारोबारियों के मुताबिक इनमें ही स्वीट कॉर्नरों की डिमांड सबसे ज्यादा है।
काजू शिखर पर
काजू में भरपूर मांग के बावजूद नई फसल की आवक से भाव 650 से 800 रुपए किलो पर स्थिर है। किशमिश में 240 से 320 रुपए किलो का भाव चल रहा है। अंजीर 500 से 1000 रुपए, खजूर 150 से 250 रुपए किलो पर मजबूती के साथ जमा हुआ है। पिस्ता में नई कीमत 1000 से 1600 रुपए किलो बोली जा रही है। छुहारा 240 से 320 रुपए और मखाना 600 से 900 रुपए किलो पर स्थिर बताया जा रहा है। बादाम 620 से 800 रुपए किलो पर चल रहा है। अखरोट छिलका वाला 500 से 800 रुपए और बिना छिलका वाला 900 से 1200 रुपए किलो पर उपलब्ध होगा।