नया महामाया का भाव खुला 1625 से 1632 रुपए

भाटापारा। महामाया की नई फसल न केवल कटने लगी है बल्कि कृषि उपज मंडी में आवक भी चालू हो चुकी है। गुणवत्ता भी सही आ रही है, इसलिए नई फसल की पहली आवक 1625 से 1632 रुपए में नीलाम हुई। धान की बारीक किस्मों में मजबूती अभी भी बनी हुई है।

अनिश्चित मौसम के बीच किसानों की मेहनत अब रंग लाने लगी है। समय पर बोनी, समय पर सिंचाई प्रबंधन सहित किए गए खेती- किसानी के दूसरे काम का परिणाम अच्छी फसल के रूप में किसानों के हाथों में आने लगी है। नई फसल की आवक और मिली अच्छी कीमत से जहां किसान खुश हैं, वहीं मिलें संतोष की सांस लेती नजर आतीं हैं क्योंकि चाही जा रही क्वालिटी सही आ रही है।


समय पर बारिश ने संभाला

बारिश की बिगड़ती चाल के बावजूद किसानों ने हौसला बनाए रखा और प्रबंधन पर पूरी नजर रखी। बीते पखवाड़े हुई बारिश ने तो मानो जीवन ही दे दिया। अब मेहनत, पुष्ट बालियों के रूप में हाथों में है। जैसी गुणवत्ता की मांग पोहा मिलें करतीं हैं उसमें महामाया की नई फसल एकदम सही आ रही है।


नमी है पर गुणवत्ता बेहतर

नई फसल में नमी की मात्रा मानक से कुछ ज्यादा जरूर है लेकिन गुणवत्ता पर बोल्ड दाने भारी पड़ रहे हैं। इसलिए 125 कट्ठा की पहली आवक को अच्छा भाव मिला। माना जा रहा है कि गुणवत्ता यदि ऐसी ही आई तो भाव और तेजी ले सकते हैं।


विष्णु भोग अब भी मजबूत

मोटा धान में नई फसल की आवक और कीमत से किसानों में संतोष देखा जा रहा है। ऐसी ही स्थितियां बारीक धान की खेती करने वाले किसानों की भी है क्योंकि कीमत अच्छी मिल रही है। कारोबारी सूत्रों के मुताबिक एचएमटी 2300 रुपए और सियाराम में 2650 से 2700 रुपए क्विंटल की दर पर खरीदी हो रही है।


बारीक के लिए चाहिए जगह

प्रांगण के नवीनीकरण का काम चालू हो जाने की वजह से अब बारीक धान के लिए जगह की कमी होने लगी है क्योंकि पुरानी उपज की आवक अब तेजी लेने लगी है। ऐसे में अभिकर्ताओं ने समाधान निकाले जाने की जरूरत बताई है। जिस पर प्रबंधन ने शीघ्र फैसला लेने के संकेत दिए हैं।