रिटेल मार्केट में मुनाफाखोरी जमकर

भाटापारा। भरपूर उत्पादन और कमजोर ग्राहकी के बाद टमाटर का होलसेल मार्केट 4 से 5 रुपए किलो पर आ चुका है। धनिया पत्ती 40 रुपए किलो की कीमत पर नीलाम हो रही है।थोक बाजार की मानें तो कीमतों में आगे और भी गिरावट की आशंका बन रही है क्योंकि इस बरस सब्जी की खेती का रकबा बीते साल की तुलना में दोगुना हो चुका है।

कोरोना के पहले दौर में टमाटर और आलू ने ऊंचाई के मामले में ,जो कीर्तिमान बनाया था , वह दूसरे दौर में अब गिरावट में रिकॉर्ड बना रहा है। इस बार, बारी किसानों की नहीं उपभोक्ताओं की है क्योंकि सब्जियों की कीमत हर वर्ग की क्रय शक्ति के भीतर आ चुकी है। एक बात जरूर है कि बिचौलियों की भूमिका, पहले से कहीं ज्यादा मजबूत दिखाई देती है क्योंकि किसानों को अच्छी कीमत दिलाना इनकी ही जिम्मेदारी है। इसके बावजूद सब्जी उत्पादकों को हो रहे नुकसान का आंकड़ा बढ़ रहा है।

टमाटर नासिक से

कोरोना काल में नुकसान उठा चुके महाराष्ट्र के टमाटर उत्पादक किसानों ने इस बरस टमाटर की खेती का रकबा बढ़ाया हुआ है। इसके अलावा शीघ्र तैयार होने वाली प्रजाति की भी बोनी की हुई है। इसकी फसल का पहुंचना चालू हो चुका है, इसलिए आवक का दबाव बढ़ा हुआ है। मांग की तुलना में ज्यादा आवक ने टमाटर उत्पादक किसानों का गणित गड़बड़ा दिया है।

थोक में 4, चिल्हर में 15 रुपए

भरपूर फसल और भरपूर आवक के बाद होलसेल मार्केट में टमाटर ,लाख प्रयास के बावजूद 4 रुपए किलो से ऊपर नहीं जा पा रहा है। रिटेल मार्केट में यह 15 से 20 रुपए किलो पर चल रहा है। फसल और आवक की स्थिति को देखते हुए बाजार का अनुमान है कि कीमत और भी नीचे जा सकती है क्योंकि लोकल सब्जी बाड़ियों की भी फसल दस्तक दे चुकी है।

चिल्हर बाजार दोगुना

थोक बाजार भले ही उतार की ओर हो लेकिन चिल्हर बाजार 2 से 3 गुना ज्यादा कीमत में उपलब्धता सुनिश्चित करवा रहा है। फिर भी उपभोक्ताओं को राहत देती , कीमत के बीच धनिया पत्ती 80 रुपए किलो, हरी मिर्च 40 रुपए, भिंडी 15 से 20, करेला 16 से 20, तुरई 20 रुपए, कोचई 20 रुपए, लौकी 15 रुपए, कुम्हड़ा 20 रुपए, फूलगोभी 40 और पत्ता गोभी 20 रुपए किलो पर मिल रहा है । बरबट्टी और मूली 20 रुपए , तो परवल 30 रुपए किलो पर उपलब्ध है। आलू 20 से 25, प्याज 25 से 30 और लहसुन 120 रुपए किलो की दर पर उपभोक्ताओं तक पहुंच रही है, जबकि लाल भाजी 40 और पालक भाजी 50 से 60 रुपए किलो पर मिल रहा है।