पहचान छिपाकर रायपुर में रह रहा था
पेण्ड्रा।
मूक-बधिर नाबालिग के दुष्कर्म के एक और फरार आरोपी को पुलिस ने दस माह बाद गिरफ्तार किया है. थाना पेण्ड्रा थाना क्षेत्र के भर्रापारा के पास 02 सितम्बर 2020 की रात एक व्यक्ति के द्वारा एक लड़की को परेशान करने की सूचना मिली। सूचना मिलने पर पेण्ड्रा पुलिस मौके पर पहुंची, जो पाया गया कि तीन व्यक्ति ऑटो से एक नाबालिक को लेकर गलत काम करने की नियत से सुनसान जगह पर गए थे लड़की की चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पर पहुंचे तो दो व्यक्ति ऑटो से भाग गए एक आरोपी पकड़ाया जो गौरेला का बाबू उर्फ रशीद था। पीड़िता मूक-बधिर थी घटना को बता रही थी पर भाषाई ज्ञान नही होने से प्रथम सूचना पत्र लेने में कठिनाई उत्पन्न हो रही थी। अंध मूक बधिर शाला के शिक्षक के आने पर पीड़िता का कथन कराया गया। जो घटना सामने आई कि 2 सितम्बर 2020 को दो आरोपी तिपहिया ऑटो में उसे बैठा कर कृष्णा मोटर के पीछे भर्रापारा गणेश यादव के घर के पीछे सुनसान जगह पर ले गए और एक अन्य अपने साथी को फोन कर बुलाया. फिर उसके आने पर पहने हुए नीचे के कपड़े को उतारकर एक इंजेक्शन लगा कर उसका मोबाइल से फोटो खींचे, पीड़िता के चिल्लाने पर आसपास के लोग वहां पर आए तो दो आरोपी ऑटो सहित भाग गए एक आरोपी को लोगों ने पकड़ लिया। थाना पेण्ड्रा में अपराध क्रमांक 161/20 धारा 363, 354, 354(ख),376, 511, 506, 34 भा द वि व 8 पोक्सो एक्ट कायम किया गया. आरोपी बाबू उर्फ मो रसीद पिता मोह. अली निवासी गौरेला, हेमंत कुमार साहू पिता सोनू साहू अमरपुर व आसिफ खान पिता वाजिद खान सेमरा की शिनाख्तगी परेड करा कर की गई थी. गिरफ्तार कर आरोपियों को कोर्ट में पे
श किया गया था जहाँ से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। मामला वर्तमान में ट्रायल कोर्ट में विचाराधीन है। थाना प्रभारी पेण्ड्रा प्रवीण द्विवेदी अपने टीम के साथ मामलों के आरोपियों की पतासाजी हेतु लगातार प्रयासरत थे। मुखबिर सूचना पर जानकारी मिली कि प्रकरण का आरोपी रायपुर में अपनी पहचान छिपा कर रह रहा है। थाना पेण्ड्रा की टीम द्वारा जाल बिछा कर आरोपी को पकड़ लिया । आरोपी आशु जैतवार उर्फ सोनू पिता उत्तम जैतवार निवासी नया बस स्टैंड के पास पेंड्रा को विधिसम्यक कार्यवाही उपरांत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।