64 बच्चों सहित 434 पर्यटक पहुंचे

बिलासपुर । कोरोना महामारी को देखते हुए 27 मार्च से बंद किए गया कानन पेंडारी जू 92 दिन बाद मंगलवार से आम दर्शकों के लिए फिर से खोल दिया गया। जू खुलते ही पहले दिन यहां 434 पर्यटक यहां पहुंचे जिसमें 64 बच्चे शामिल रहें। पहले दिन पर्यटक के आने पर उनसे 868० रूपए गेट मनी के रूप में मिली है।
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के नियमों और वन्य प्राणीयों को कोरोना संक्रमण से बचाव करते हुए 27 मार्च को जू को बंद कर दिया गया अब 28 जून को जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद 29 जून से इसे दोबारा खोल दिया गया। साथ ही कानन पेंडारी में वन्य जीवों को देखने के लिए आने वाले लोगों के लिए गाइडलाइन में भी बदलावा किया गया है। पहले यहां 65 वर्ष से अधिक और 1० वर्ष से कम उम्र के बच्चों को जू में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था जिसमें स्थिलता लाते हुए अब 65 वर्ष से अधिक और 1० वर्ष से कम उम्र वालों को भी प्रवेश दिया जा रहा है। लेकिन यहां पहुंचने वालों को सोशल डिस्टेंसिग और मास्क लगाना अनिवार्य की गई है। कानन प्रबंधन ने प्रवेश द्बार पर ही दर्शकों की थर्मल स्क्रीनिग की जा रही है। इसके अलावा उनका नाम और पता भी दर्ज किया जा रहा है। सर्दी, खांसी और बुखार होने की स्थिति में दर्शक को गेट के बाहर से ही वापस कर दिया जाएगा।


घायल बाघिन पर टिकी रही निगाहें


कानन पेडारी खुलने के बाद पहले दिन यहां पहंचे ज्यादातर पर्यटकों ने हाल ही में अचानकमार के जंगल से रेस्कयू कर लाई गई घायल बाघिन को देखने की मांग की लेकिन प्रबंधन ने उन्हें उपचार होने और पर्यटकों के लिए अभी उसे देखने मना होने की बात कहते हुए समझाया गया वहीं जू प्रबंधन ने बताया कि अभी घायल बाघिन का इलाज किया जा रहा है। केंद्रीय चिडिñाघर प्राधिकार के नियमों और आदेश मिलने के बाद ही उसे जंगल या जू में रखा जाएगा ये फैसला होगा।


कोरोना संक्रमण के कारण 92 दिनों तक कानन पेंडारी को बंद रखा गया था ऐसे में सोमवार की शाम को कलेक्टर ने आदेश जारी किया। जिसके बाद मंगलवार से जू को खोला गया पहले दिन यहां 434 पर्यटक पहुंचे। –संजय लूथर, अधीक्षक, कानन पेंडारी