शांत बाजार में बर्तनों के तीखे तेवर

भाटापारा।  950 से 1350 रुपए किलो। यह उस कांसे की कीमत है जिससे बनी घंटियां मंदिर और देवालयों में खूब बज रहीं हैं। चलन में हैं इलेक्ट्रिक बेल लेकिन शैक्षणिक संस्थानों ने पहली प्राथमिकता कांसे की घंटियों को ही दी हुई हैं।

शांत है बर्तन बाजार लेकिन कांसा, तांबा, पीतल, स्टील और एल्यूमीनियम के भाव में बराबर मजबूती बनी हुई है क्योंकि विकल्प ढेर सारे हैं। इसलिए तेजी दीर्घकाल तक बने रहने की धारणा है। खासकर तांबा और एल्यूमिनियम में इलेक्ट्रिक गुड्स इंडस्ट्रीज वृहद मांग क्षेत्र हैं।

फिर भी सबसे आगे

बर्तन अब नहीं खरीदे जाते लेकिन जिस संख्या में मंदिरों का निर्माण बढ़ रहा है, उसने पूजा की थाली और घंटियों की मांग बढ़ाई हुई है। इसी कड़ी में शैक्षणिक संस्थानों को भी लिया जा सकता है, जिनकी भी संख्या बढ़ रही है हालांकि इलेक्ट्रॉनिक बेल लगाए जाते हैं लेकिन भरोसा कांसें की घंटियों पर ज्यादा है। इसलिए कांसे की घंटियां और बर्तन बनाने वाली ईकाइयां निरंतर संचालन में है।

कांसा पुराना-1000 रुपए किलो

कांसा नया-950 से 1350 रुपए किलो।

करंट तांबा में

    पूजा के बर्तनों को तांबा का ही होना सदियों से अनिवार्य रहा है। ऐसे में मंदिर-देवालयों और घरों की मांग में बना हुआ है लेकिन उपयोग की अवधि सीमित ही होती है। इसके बावजूद तांबा में आ रही तेजी से हैरत में नहीं हैं उपभोक्ता क्योंकि इलेक्ट्रिक गुड्स निर्माण ईकाइयां डिमांड हर साल तांबा में खरीदी की मात्रा बढ़ा रही है। इसलिए तेजी की धारणा है।

    • तांबा पुराना- 600 रुपए किलो
    • तांबा नया- 650 से 700 रुपए किलो।जोरदार है एल्यूमिनियम
    • जोरदार है एल्यूमिनियम

    बढ़त की राह पर है एल्युमिनियम के बर्तन। ग्रामीण उपभोक्ता सबसे आगे हैं इसकी खरीदी में लेकिन मजबूत खरीदी होटल, ढाबा और किराया भंडारों की निकलती है एल्यूमिनियम के बर्तन में क्योंकि लगभग पूरे साल कामकाज के आर्डर मिलते हैं लेकिन सबसे बड़ा मांग क्षेत्र इसमें भी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्रीज ही है, जो केबल बनातीं हैं। यह क्षेत्र भी मांग की मात्रा बढ़ा रहा है।
    -एल्यूमिनियम पुराना- 150 रुपए किलो।
    -एल्यूमिनियम नया-325 से 425 रुपए किलो।शांत है पीतल और स्टील

    शांत है पीतल और स्टील

    ऑफ सीजन है स्टील और पीतल के बर्तनों का। सामान्य घरेलू मांग के बीच पीतल के बर्तन 750 रुपए किलो की दर पर खरीदे जा सकेंगे जबकि पुराने बर्तनों की खरीदी, संस्थानें 450 रुपए किलो पर कर रहीं हैं। शांत नहीं, कमजोर मानी जा रही है स्टील के बर्तनों की खरीदी। इसलिए नए स्टील के बर्तन मात्र 100 से 150 रुपए किलो की दर पर लिए जा सकेंगे, तो पुराने बर्तनों की बिक्री महज 40 रुपए किलो की दर पर की जा सकेंगी।