२४×७ रात दिन जल रही शहर की स्ट्रीट लाइट

आफिस में सुशासन तिहार

बुद्धिसागर सोनी

रतनपुर। वाह सुशासन तिहार पर भी आफिस-आफिस का गजब का खेल ! सुशासन तिहार में मिली शिकायत का समाधान नगर पालिका प्रशासन को ही करना था। जिम्मेदार अफसर ने गेंद बिजली विभाग के पाले में फेंक अपना आंचल साफ कर लिया। इधर बिजली विभाग ने गेंद फिर नगर पालिका प्रशासन के ही पाले में डाल दी। वहीं समस्या जस की तस बनी हुई है।
रतनपुर नगर पालिका परिषद के वार्ड क्रमांक चार के एक आवेदक ने सुशासन तिहार के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ शासन को अवगत कराया कि वार्ड क्रमांक ४ में बड़ी बाजार से लेकर थाना पारा गली में बिजली खंभों में लगी स्ट्रीट लाइट चौबीस घंटे जल रही है। 
           स्वाभाविक है कि स्ट्रीट लाइट के २४×७  सेवा का आर्थिक भार आम नागरिकों पर पड़ रहा है। भीषण गर्मी में बिजली के अपव्यय से ट्रांसफार्मर पर अतिरिक्त लोड भी पड़ रहा है।  वैसे भी शहर में बिजली विभाग की आंख-मिचौली जनता के सहनशीलता का परीक्षा ले रहा है। 
       नागरिक के आवेदन को जिम्मेदार और जानकार अधिकारी ने बिजली विभाग यानी छत्तीसगढ़ राज्य पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड रतनपुर के सहायक अभियंता कार्यालय को प्रेषित किया यह तो पता नहीं, किंतु सहायक अभियन्ता ने आवेदन क्र. २५२७००७५७००००४ के आवेदक के नाम सीधे पत्र क्रमांक १५९ दिनांक ३०.०४.२०२५ जारी कर इस समस्या के निराकरण से अपना पल्ला झाड़ते हुए  मशवरा दे दिया कि स्ट्रीट लाइट को चालू करने एवं बंद करने का कार्य नगरपालिका द्वारा किया जाता है। अत: इस समस्या के निदान हेतु नगरपालिका में आवेदन करें।  निदान चाहते तो नगरपालिका कार्यालय को अवगत कराते हुए चुटकियों में निराकरण कर  सुशासन तिहार की लाज बचा सकते थे।
     

अब आवेदक का कहना है कि मैंने आवेदन बिजली विभाग में दिया ही नहीं,  मैंने तो सुशासन तिहार में आवेदन लगाया था।  नियमत: सहायक अभियंता को चाहिए था कि आवेदन उन तक प्रेषित करने वाले जिम्मेदार अधिकारी को लेख कर उन्हें अवगत कराते कि स्ट्रीट लाइट बंद चालू करने की जिम्मेदारी नगरपालिका की है अतः शिकायत संबंधित को भेजा जावे।

लटकता हुआ लाइट हवा में झूलकर खंभा के संपर्क में आ गया तो गंभीर हादसा हो सकता है। बेमौसम बरसात के कारण मकान और सड़क में करंट आ सकता है।

सरकारी विभाग और जिम्मेदार अधिकारियों की लालफीताशाही।  ऐसे में प्रदेश सरकार कैसा भी तिहार मना ले कैसी भी योजनाएं बना लें जनता जनार्दन का भला नहीं होने वाला।
       सुधि पाठकों से अपील है कि यदि किसी पाठक ने सुशासन तिहार में मांग या शिकायत का आवेदन प्रस्तुत किया हो तो  जिम्मेदार विभाग द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी मोबाईल नंबर ७०६७८३७२२३ (7067837223) पर साझा करें।