वायरोलॉजी लैब में अभी तीन जिलों के सैंपल की हो रही जांच प्रतिदिन मिल रहें रिपोर्ट

बिलासपुर। जिले में एक ओर कोरोना की लहर धीमी हो गई हैं तो वहीं दूसरी तरह संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी भी की जा रही है। सिम्स में पहली और दूसरी लहर में टेस्टिंग के बाद रिपोर्ट मिलने में समस्याओं का सामना लोगो को करना पड़ था । आरटीपीसीआर रिपोर्ट के लिए लोगो को 7 से 8 दिन इंतजार करना पड़ा अब ऐसा नहीं होगा क्योकि तीसरी लहर से पहले ही जांच क्षमता बढ़ाने के लिए सिम्स मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में अब तीन आरटीपीसीआर मशीन स्टॉल हो चुकी है। पहले एक मशीन होने से यहां टेस्टिंग और रिपोर्टिंग में काफी समस्या हुई थी लेकिन अब तीन मशीन इंस्टॉल होने के बाद सिम्स के वारयोलॉजी लैब में आरटीपीसीआर जांच की क्षमता बढ़ गई है। लैब प्रभारी डॉ. सागरिका प्रधान के अनुसार तीनों मशीन को मिलाकर अब 24 घंटे में 12०० से 13०० सैंपल का जांच हो सकेगा। पहले एक मशीन होने और संभाग के 5 जिलो के सैंपल आने से ओवर लोड हो जाते थ्ों और समय पर रिपोर्ट देने में जो समस्या हो रही थी अब ऐसा नहीं होगा। वर्तमान में तीन जिलों के सैंपल सिम्स के लैब में आ रहें है। मंुगेली, बिलासपुर और पेंड्रा गौरेला मरवाही जिला मिलकार अभी 7०० से 8०० सैंपल का जांच प्रतिदिन किया जा रहा है। साथ ही इन जिलों को समय पर रिपोर्ट भी उपलब्ध करा दी जा रही है।

4 नए साइंटीस्ट भी भर्ती हुए अब कुल संख्या 6 हुई
सिम्स के माईक्रोबॉयलॉजी विभाग में स्थित वायरोलॉजी लैब में दो नया आरटीपीसीआर मशीन लगाने के साथ ही अब यहां टेंस्टिंग के लिए 4 नए साइंटिंस्टों की भी भर्ती की गई है। पहले यहां 2 साईटिंस्ट थे तो जांच और रिपोर्टिंग में समस्या हो रही थी अब यहां कुल 6 साईटिंस्ट हो गए है। ऐसे में प्रत्येक मशीन में 2-2 साईटिंस्टों को टेस्टिंग की जिम्मेदारी दी जा सकती है। ऐसे में यदि अधिक सैंपल यहां जांच के लिए आए तो आसानी से सेंपल की जांच हो सकती है।