आएगी लैब रिपोर्ट, 80 सैंपल की अगले सप्ताह
बिलासपुर। अटकी हुई है सांस, 116 इकाइयों की क्योंकि इनके द्वारा उत्पादित मसाले के सैंपल, जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। अंतिम रिपोर्ट अगले सप्ताह के अंत तक आने की संभावना है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के तेवर इस बार बदले हुए हैं क्योंकि गुणवत्ता खराब होने की शिकायत, अब निर्यातक देश भी कर रहे हैं। निर्यातक देशों ने जो फैसले लिए हैं, उसके बाद भारतीय मसाला बोर्ड और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने देश स्तर पर सख्त जांच और सैंपलिंग के आदेश दे दिए हैं। आदेश के बाद पहली बार प्रदेश स्तर पर जांच शुरू हो चुकी है।

अब तक 26 जिलों में जांच
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की सख्ती के बाद राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन मुख्यालय ने 26 जिलों की 116 मसाला बनाने वाली इकाइयों की जांच पूरी कर ली है। शेष जिलों में संचालित मसाला इकाइयों की जांच बहुत जल्द पूरा होने की संभावना है। मालूम हो कि मसाले के 80 सैंपल, सूक्ष्म जांच के लिए राज्य से बाहर की खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गए है।

अटकी है सांस
जिन 26 जिलों की जांच पूरी हो चुकी है, वहां की 116 मसाला निर्माण इकाइयों की सांस अटकी हुई है क्योंकि प्रशासन ने रिकॉर्ड 80 सैंपल मसाले के लिए हैं। खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला की अंतिम रिपोर्ट चालू माह के अंत तक आने की संभावना प्रशासन को है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई को दिशा मिलेगी। प्रशासन का मानना है कि तब तक की अवधि में शेष जिलों में भी काम पूरा कर लिया जाएगा।

इसलिए सख्ती
हांगकांग, सिंगापुर, नेपाल और अमेरिका। इन प्रमुख चार देशों ने हानिकारक तत्व मिलने की आशंका में भारतीय मसाला की बिक्री पर न केवल रोक लगा दी है बल्कि निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। भारतीय मसाला बोर्ड तक पहुंची शिकायत में यह जानकारी मिली है कि भारतीय मसाले में एथिलीन ऑक्साइड नामक हानिकारक तत्व की मौजूदगी मिली है। सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारी का होना संभव है। बताते चलें कि निर्यात पर रोक और बिक्री पर प्रतिबंध का फैसला भारत के लिए नुकसानदेह है क्योंकि दुनिया में भारत सबसे बड़ा मसाला उत्पादक देश है।

बहुत जल्द जांच रिपोर्ट
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के निर्देशों के तहत मसाला प्रसंस्करण इकाइयों की जांच व सैंपलिंग का काम किया जा रहा है। अब तक हुई कार्रवाई में 80 सैंपल, खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अंतिम रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-उमेश वर्मा, असिस्टेंट कमिश्नर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, रायपुर