मिलों में पिराई सत्र चालू

बिलासपुर। ठहरी हुई है शक्कर लेकिन गुड़ के तेवर तीखे हैं। यह तेवर दिसंबर अंत तक देखा जाता रहेगा। इस धारणा के बीच सप्लाई जोरों पर है, तो अग्रिम सौदे भी साथ-साथ किए जा रहे हैं।

प्रदेश के फीडर मार्केट राजधानी रायपुर पर गुड़ और शक्कर की आपूर्ति के लिए चौतरफा दबाव बना हुआ है। दीप पर्व के साथ शीत ऋतु के लिए गुड़ और शक्कर में जैसी स्थितियां बनी हुई है, उसमें हैरानी गुड़ की कीमत को लेकर व्यक्त की जा रही है क्योंकि यह शक्कर से किलो पीछे 5 से 8 रुपए आगे चल रहा है।

शक्कर से आगे गुड़

दीप पर्व और शीत ऋतु। बड़ी वजह बने हुए हैं, गुड़ में मांग के लिए। ऐसे में गुड़ में खरीदी 50 रुपए किलो में हो रही है जबकि शक्कर 42 से 45 रुपए किलो पर स्थिर है। कीमत ज्यादा होने के बावजूद गुड़ में खरीदारी की हिस्सेदारी अपेक्षाकृत ज्यादा है। इसमें बढ़त की संभावना व्यक्त की जा रही है।

फीडर मार्केट पर दबाव

गुड़ और शक्कर के लिए रायपुर की पहचान प्रदेश में फीडर मार्केट के रूप में होती है। सीजन की जैसी मांग निकली हुई है, उससे इस पर आपूर्ति के लिए दबाव बढ़ा हुआ है। राहत की बात यह है कि शॉर्टेज जैसी स्थिति नहीं है क्योंकि शक्कर का मासिक कोटा बढ़ा हुआ है, तो गुड़ की आपूर्ति महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से नियमित बनी हुई है।

थोक में ऐसा है बाजार

शक्कर में होलसेल मार्केट में 4000 रुपए क्विंटल पर सौदे हो रहे हैं। सीजन है इसलिए मांग के दबाव के बीच गुड़ में थोक भाव 4200 से 4300 रूपए क्विंटल बोले जा रहे हैं। तेजी की धारणा, बेहद मामूली है क्योंकि मांग के अनुरूप आपूर्ति हो रही है।

पिराई सत्र शुरू

गन्ना में नई फसल की कटाई चालू हो चुकी है, तो शुगर मिलों में पिराई का सत्र भी शुरू हो गया है। याने शक्कर का उत्पादन देश स्तर पर चालू हो चुका है। आने वाले दिनों में शक्कर में तेजी के आसार फिलहाल नहीं हैं। वैसे भी फीडर मार्केट के अनुसार जो कीमत चल रही है, वह उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति के भीतर है। अलबत्ता गुड़ जरूर गर्म है।

By MIG