कोस रहा लेवई, पीएचई को…



भाटापारा। बरस बीता लेकिन लेवई के नलों में पानी नहीं आया। यह तब, जब सारा काम पूरा हो चुका है। दूसरी गर्मी के लिए ज्यादा दिन नहीं हैं, इसलिए सवाल यह उठ रहा है कि आखिर कौन सी मजबूरी है जो इस काम में बाधा बन रही है ?

साल 2021 में मौसम ने भले ही खूब परेशान किया हो लेकिन लेवई यह देख कर खुश था कि अब पानी की तलाश में यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा क्योंकि नल जल योजना ने गांव में दस्तक दे दी है। जोर-शोर से काम चालू हुआ और पूरा भी हो गया। बारी थी, पाइप लाइन बिछाने और नल लगाने की। यह काम भी दिसंबर अंत तक पूरा कर लिया गया। पंचायत ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को पूरी जानकारी सौंप दी लेकिन बरस बीत गया, पानी अब तक नहीं आया।

इंतजार में 325 परिवार

फसल कटाई और मिसाई का समय था। जब 2021 में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने घरों तक पाइप लाइन बिछाने और नल लगाने का काम चालू किया। महिना बीतने के साथ यह भी पूरा कर लिया गया। पंचायत ने मांगी गई पूरी जानकारी संबंधित विभाग को भेजी। जिस पर बहुत जल्द पेयजल की सुविधा मिलने की जानकारी भेजी गई।

लापरवाही विभाग की

ग्राम पंचायत ने विलंब होता देखकर, जब वजह जानने का प्रयास किया तब यह जानकारी सामने आई कि बिजली कनेक्शन के लिए दिए गए आवेदन के बाद विद्युत मंडल से डिमांड नोटिस जारी हो चुकी है लेकिन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग रुचि नहीं दिखा रहा है। समय अवधि बीतने के बाद पंचायत ने फिर हाथ-पैर मारे लेकिन पीएचई की लापरवाही अब तक बनी हुई है।

नई परेशानी

300 फीट तक की गहराई के बाद जो पानी मिला है, उसे 325 घरों की प्यास बुझाने के लायक नहीं माना जा रहा है। रही-सही कसर गर्मी के दिनों में इसके सूख जाने की भी जानकारी मिली है। इसकी भी जानकारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को दी जा चुकी है। इसके बावजूद विभाग ने मौन साध रखा है।

पीएचई से सहयोग नहीं

प्लान की जानकारी नहीं दी गई। गांव का काम है, इसलिए सहयोग देता रहा लेकिन साल बीता, पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाई। विभाग मुख्यालय से संपर्क किया जा रहा है । इसके बाद भी पीएचई से सहयोग नहीं मिल रहा है।
– उनेश ध्रुव, सरपंच, ग्राम पंचायत, लेवई