कांग्रेस की काबिज जमीन के साथ जमीर का सौदा करने वालों का क्या होगा पर्दाफाश !

रतनपुर। भूमाफियाओं बदनियति के शिकार शहर की चर्चित और सबसे पौश इलाका महामाया चौक स्थित भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी ब्रांच बिलासपुर की बेशकीमती करोड़ों रुपए मूल्य की 84 डिसमिल जमीन का सीमांकन करने का मुहुर्त फिर मिल गया है। सीमांकन करने जमीन की पैमाइश बुधवार 23 नवंबर को होगी । पहले की ही तरह तीन राजस्व निरीक्षकों और तीन पटवारी जमीन की नापजोख करेंगे।


चर्चित और शहर के सबसे ज्यादा रसूखदार लोगों की काबिज जमीनों की पैमाइश कर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी बिलासपुर ब्रांच की 84 डिसमिल ( 0.340 हेक्टेयर) जमीन का सीमांकन अब बुधवार को किया जा जाएगा। जमीन का सीमांकन करने रेडक्रॉस सोसाइटी ब्रांच बिलासपुर के आवेदन पर न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोटा जिला बिलासपुर के 9 नवम्बर 2022 को जारी संशोधित आदेश पर कार्यालय राजस्व निरीक्षक मंडल रतनपुर ने प्रभावितों को सूचित करने सूचना भेजी है । इसके साथ ही सूचना के लिए अखबार में इश्तेहार भी प्रकाशित कराया है। सीमांकन के लिए कोटा ब्लॉक के तीन राजस्व निरीक्षक और तीन पटवारियों की टीम बनाई गई है। जमीन का सीमांकन करने बनाई गई टीम में अमित कुमार गुप्ता राजस्व निरीक्षक करगीकला, इन्द्र कुमार सिंह राजस्व निरीक्षक बेलगहना, मुकेश साहू राजस्व निरीक्षक, टेगनमाड़ा को शामिल किया गया है, वहीं पटवारी दिलीप कुमार परस्ते प.ह.न. 12 मुख्यालय रतनपुर, जयप्रकाश आडिल पटवारी ग्राम नवागांव-कर्रा, राजेश पाण्डेय पटवारी ग्राम रानीगांव को शामिल किया गया है। सुरक्षा बल उपलब्ध कराने के लिए थाना प्रभारी रतनपुर को भी सूचित किया गया है ।


इनकी मौजूदगी है जरूरी

रेड क्रॉस सोसाइटी की जमीन के सीमांकन में 1. रेडक्रॉस सोसायटी ब्रांच बिलासपुर (आावेदक), 2. गिरीश कुमार/सुधीर कुमार वगै, 3. विश्वनाथ/रामाधार, 4 अशोक/रामाधार, 5. सुरेश कुमार/ मूलचंद, 6. दीपक कुमार/ ओमप्रकाश, 7. अरुण कुमार/बालकृष्ण वगैरह, 8. भागवत/श्यामलाल, 9. संतोष कुमार शर्मा /रामखिलावन, 10. रमेश /कलीराम, 11. प्रमोद कुमार/ जोगीराम अग्रवाल, 12. अंचला द्विवेदी /के के. द्विवेदी , 13. उमा अग्रवाल/प्रमोद अगरवाल, 14. माया थावरानी/ हरगुनदास, 15. राजेश अवाल/भगवानदास, 16. रमेश शर्मा / उमादत्त शर्मा, 17. नजरूददीन खोखर, 18. अनवर खान की मौजूदगी जरुरी मानकर जमीन संबंधित दस्तावेज के साथ मौजूद रहने सूचना भेजी गई है ।


नक्शा अंकन न होना है विवाद का बड़़ी वजह


पटवारी हल्का नंबर 12 का खसरा नंबर 3600 और 3601 विस्तृत रकबे की जमीन है। इस जमीन के अलग अलग हिस्से पर कई लोगों का भूस्वामी और भूधारी हक है। इस रकबे की जमीन के अलग अलग हिस्से की खरीदी बिक्री भी हो चुकी है. खसरे में इसका बटांकन तो कर दिया गया है । वहीं काबिज जमीन का नक्शे पर बटांकन नहीं किया गया है। खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री पेपर में दर्ज जमीन से अधिक रकबे पर लोगों का काबिज होना भी है। इसी के चलने पखवाड़ा भर पहले नक्शा बटांकन करने की बात कहकर सीमांकन स्थगित कर दिया गया था।