मंडी रोड का निर्माण, कल सीमांकन

भाटापारा। पहले नालियां। अब बारिश। भले ही यह बारिश 15 मिनट की ही रही हो लेकिन इसने कईहा तालाब सौंदर्यीकरण के काम की पोल खोलकर रख दी। सबक सीखकर मानक के अनुसार काम कर रहे हैं, यह अब तक दिखाई नहीं दे रहा है क्योंकि तालाब की गाद सड़क पर गिरकर धूल बन रही है। फौरी उपाय काम नहीं आ रहे।

सौंदर्यीकरण के काम की शुरुआत से ही लापरवाह कार्यशैली को लेकर सवाल उठते रहे हैं। जिम्मेदार एजेंसी से अपेक्षा थी कि वह ध्यान देगी लेकिन सुबह- शाम पानी का छिड़काव के अलावा दूसरी परेशानी दूर करने में उसने गंभीरता दिखाई होगी, ऐसा अब तक देखने में नहीं आ रहा है क्योंकि नालियों का पानी अपनी सुविधा के अनुसार व्यवस्थित किया जा रहा है। यह जब-तब बहाव रोक देने जैसी गतिविधियों के रूप में देखा जा रहा है।

बारिश ने बढ़ाई परेशानी

बीती रात 15 मिनट की बारिश के बाद, पानी का जमाव, फैलाव तो नहीं ले पाया लेकिन बंद की गई नालियों का पानी सड़क पर फैलने लगा। इसकी वजह से मंडी रोड पर कीचड़ जैसा देखा गया। सुबह शुरु हुआ गाद परिवहन का काम, इसे और बढ़ा गया। सवाल उठाए जा रहे हैं कि नालियों के बहाव की व्यवस्थित योजना क्यों नहीं बनाई जा सकी? फिलहाल यह काम पंप लगाकर किया जा रहा है।

पहले ही पूछा था..

कईहा तालाब सौंदर्यीकरण की कार्ययोजना पर काम चालू होने के पहले ही दिन बजरंग महाराज ने पूछा था कि नालियों का बहाव कैसे व्यवस्थित किया जाएगा ? जवाब नहीं मिले। प्रशासनिक उदासीनता और लापरवाह कार्यशैली से नाराजगी इतनी ज्यादा बढ़ रही है कि समय रहते उपाय नहीं किए गए तो यह नाराजगी नियंत्रण के बाहर जा सकती है।

मंडी रोड निर्माण भी जल्द

इधर मंडी रोड का निर्माण भी बहुत जल्द शुरू होने वाला है। कल यानी 6 मई को मंडी प्रशासन, प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अपने अधिकार क्षेत्र की सड़क का सीमांकन करवाने जा रहा है। बारिश के पहले नई सड़क बन जाए, इसके लिए हो रहे प्रयास के बाद रहवासियों की हालत कैसी होगी? यह सहज ही जानी और समझी जा सकती हैं।