बलौदाबाजार।  आवश्यक है चिकित्सकीय उपकरणों की पैकिंग में जरूरी जानकारी का उल्लेख किया जाना लेकिन प्रारंभिक जांच में नहीं मिल रहीं हैं यह जानकारियां। इसलिए जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने पूरे जिले में सघन जांच चालू कर दी है।

अभी तक खान-पान की सामग्रियों की पैकिंग की जांच होती रही है लेकिन पहली बार चिकित्सकीय उपकरणों की जांच होती देखी जा रही है क्योंकि अरसे से अधिकतम खुदरा विक्रय मूल्य, निर्माण की तारीख और कालातीत अवधि जैसी जरूरी सूचनाएं नहीं मिलने की शिकायतें मिल रहीं हैं।

पहली जांच इनकी

जिला विधिक माप विज्ञान विभाग को पहली जांच में थर्मामीटर, बीपी मापक यंत्र, पल्स ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर, सैनिटाइजर, नेब्युलाइज़र और एंटीसेप्टिक लिक्विड की पैकिंग में निर्माण की तारीख अवसान तिथि और अधिकतम खुदरा विक्रय मूल्य जैसी अहम जानकारियां नहीं मिलीं। लिहाजा अब पूरे जिले की मेडिकल दुकानों की गंभीरता के साथ जांच की योजना बनाई जा रही है।

शुरुआत जिला मुख्यालय से

उपभोक्ताओं और मरीजों से मिल रही शिकायतें गंभीर हैं। इसलिए सघन जांच अभियान की शुरुआत जिला मुख्यालय से चालू कर दी गई है। इसके बाद दवा कारोबारियों के बीच हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है क्योंकि इसके पहले तक कभी भी ऐसी जांच नहीं देखी गई है।

पूरे जिले में होगी जांच

शिकायतों के बाद जिला मुख्यालय की मेडिकल दुकानों की जांच में मिल रही गलतियों को गंभीर मानते हुए जिला विधिक माप विज्ञान विभाग ने अब पूरे जिले में सघन जांच अभियान की योजना बनाई है ताकि उपभोक्ता हितों का संरक्षण और मानक गुणवत्ता वाली चिकित्सा की सामग्री की पहुंच तय की जा सके।

चिकित्सकीय सामग्रियों की पैकिंग में इस तरह की शिकायतें गंभीर हैं। इसलिए कड़ी जांच की जा रही है। जांच अभियान आगे भी जारी रहेगा।

  • दामोदर वर्मा, निरीक्षक, जिला विधिक माप विज्ञान विभाग, बलौदाबाजार